मैं वैली स्कूल में पढ़ाती हूँ । यहाँ पर मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की कक्षाएँ लेती हूँ । वैली स्कूल में हम पाठ्य पुस्तक का प्रयोग न कर विभिन्न साधनों का प्रयोग कर विभिन्न विषय छात्र-छात्राओं को सिखाते हैं । इसलिए व्याकरण के मुद्दों को सिखाने के लिए हम विभिन्न स्रोतों से सामग्री संकलित करते हैं जिससे छात्र -छात्राएं विषय को अच्छी तरह से समझ सकें । इस ब्लॉग में प्रकाशित कार्य - पत्रिकाएं और अभ्यास -पत्रिकाएं विभिन्न पाठ्य -पुस्तकों, व्याकरण पुस्तकों और रचनात्मक पुस्तकों से एकत्रित की गई हैं । यहाँ मैं इस सामग्री को शीर्षक के अनुसार और प्रत्येक कक्षा के स्तर के अनुरूप प्रस्तुत कर रही हूँ । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि विषय -सामग्री पर मैं अपना अधिकार नहीं जमा सकती । मैं इसे संकलित करने का दावा अवश्य कर सकती हूँ । विशेष रूप से यह कि इस विषय सामग्री को एक व्यवस्थित और संगठित ढंग से कक्षा के अनुरूप पढ़ाने और बच्चों को अच्छी तरह से समझाने का दावा कर सकती हूँ । इस विषय सामग्री को अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी छात्र-छात्राओं के साथ बांटने में मुझे बहुत ख़ुशी है और मैं सभी पुस्तकों और उन्हें लिखने वालों का शुक्रिया करती हूँ कि उन्हीं के कामों को पहले मैंने अपने अध्यापन में प्रयोग किया और अब सबके साथ इसे बांट कर मैं सभी लेखकों के काम को बहुत से लोगों तक पहुंचा रही हूँ । आशा है कि आप सब को मेरा यह प्रयत्न पसंद आएगा और सभी के लिए यह सामग्री उपयोगी सिद्ध होगी ।
कक्षा पाँच के लिए -
निम्नलिखित पुनरावर्तन कार्य पत्रिका छात्र-छात्राओं को तब दी जाए जब उन्हें व्याकरण के लगभग सभी मुद्दों से परिचित करा दिया जाए। इसे वर्ष के अंत में भी दे सकते हैं इसलिए इस पत्रिका के अंतिम प्रश्न में वर्ष बदल दें । इस पत्रिका को कराते समय अध्यापक और अध्यापिका छात्र-छात्राओं को स्वयं बिना किसी की सहायता से इस कार्य पत्रिका को करने के लिए प्रेरित करें ताकि यह पता चल सके कि वे व्याकरण के सभी मुद्दों को अच्छी तरह से समझ गए हैं ।
उत्तर - १. उ ऊ ए ऐ ओ | २. घ ङ च | ३. झ ञ ट | ४. ढ ण त | ५. श ष स | २. वर्षा , शीशा , परमात्मा , घण्टा , पञ्छी, कङघी , कम्बल , अन्त , कहानियाँ , गाँव , लड़ाई , बढ़ना |
उत्तर - २. पट्टियाँ , रूप , रुक | ३. पेड़ों पर लताएँ चढ़ रही हैं | लड़कियाँ पढ़ती हैं | कुत्ता भाग रहा है | गुड़ियाँ हमारी हैं | ४. बाघिन , बिलाव , भाभी , हिरन , नागिन |
उत्तर - ५. रवि , सूर्य | वृक्ष , तरु | पवन , वायु | जल , नीर | सवेरा , प्रात: काल | ६. भारी , छोड़ना , अलग करना , उजाला , चिकना | ७. संज्ञा - रीता , कपड़े , आसमान , दिल्ली , यमुना , नदी | सर्वनाम - मैंने , वह , हम | विशेषण - सफेद , नीले , काली |
उत्तर - ८. क्रिया - बंद हो जाएगा -भविष्यकाल , हुई थी -भूतकाल , पढ़ रहा है -वर्तमान काल | ९. मैं कल आम खाऊँगा |
उत्तर - ९. हम कल मैदान में खेले | तुम राम को बुलाते हो | १०. गाँधी जी ने कहा था ," हमें हमेशा सत्य बोलना चाहिए |" क्या तुमने यह सब पढ़ा है ? हे भगवान् ! अभी तक यहीं बैठे हो , गए नहीं | ११. हमें मुंबई जाना है | अनेक लड़के यहाँ बैठते हैं |
११. मैं तमाशा देखता हूँ | यहाँ बहुत उजाला है | तालाब में मछलियाँ हैं | १२. जग - यह जग बहुत बड़ा है | जग में पानी भरा है | १३. बिल्ली -म्याऊँ , साँप -फुफकारना , हाथी -चिंघाड़ना , चीता -गुर्राना |
उत्तर - १३. भौंरा -गुंजारना | १४. की हो ,के हो , की हैं , के हैं , मेरा नाम राजेश है | मैं दस साल का हूँ | १५. मैं , हूँ | मैं , हूँ | मैं , हूँ | मुझे , है | मुझे , है |
उत्तर -१६. मुझे भिण्डी की सब्ज़ी नहीं दीजिए | यहाँ मत बैठिए | मैं ठंडा पानी नहीं पीता हूँ | १७. ठेले , मेरा , दरवाजे , बगीचे , दरवाज़ा | १८. है , हूँ , हैं , चाहिए , दो |
कक्षा छ: के लिए
निम्नलिखित पुनरावर्तन कार्य पत्रिका छात्र-छात्राओं को तब दी जाए जब उन्हें व्याकरण के लगभग सभी मुद्दों से परिचित करा दिया जाए। इसे वर्ष के अंत में भी दे सकते हैं इसलिए इस पत्रिका के अंतिम प्रश्न में वर्ष बदल दें । इस पत्रिका को कराते समय अध्यापक और अध्यापिका छात्र-छात्राओं को स्वयं बिना किसी की सहायता से इस कार्य पत्रिका को करने के लिए प्रेरित करें ताकि यह पता चल सके कि वे व्याकरण के सभी मुद्दों को अच्छी तरह से समझ गए हैं ।
उत्तर - १. उ ऊ ए ऐ ओ | २. घ ङ च | ३. झ ञ ट | ४. ढ ण त | ५. श ष स | २. वर्षा , शीशा , परमात्मा , घण्टा , पञ्छी, कङघी , कम्बल , अन्त , कहानियाँ , गाँव , लड़ाई , बढ़ना , पट्टियाँ , रूप , रुक |
उत्तर - ३. पेड़ों पर लताएँ चढ़ रही हैं | लड़कियाँ पढ़ती हैं | कुत्ता भाग रहा है | गुड़ियाँ हमारी हैं | ४. बाघिन , बिलाव , भाभी , हिरन , नागिन, श्रीमती , पाठिका , कवि | ५. रवि , सूर्य | वृक्ष , तरु |
उत्तर - पवन , वायु | जल , नीर | सवेरा , प्रात: काल | चन्द्रमा , शशि | मेघ , बादल | नयन , नेत्र | ६. भारी , छोड़ना , अलग करना , उजाला , चिकना, अशांत , आशा , डरपोक | ७. संज्ञा - रीता , कपड़े , आसमान , दिल्ली , यमुना , नदी | सर्वनाम - मैंने , वह , हम | विशेषण - सफेद , नीले , काली |
उत्तर - १०. गाँधी जी ने कहा था ," हमें हमेशा सत्य बोलना चाहिए |" क्या तुमने यह सब पढ़ा है ? हे भगवान् ! अभी तक यहीं बैठे हो , गए नहीं | ११. हमें मुंबई जाना है | अनेक लड़के यहाँ बैठते हैं | मैं तमाशा देखता हूँ | यहाँ बहुत उजाला है | तालाब में मछलियाँ हैं | १२. जग - यह जग बहुत बड़ा है |
उत्तर - १५. बहुत भूख लगना - दो दिन खाना न मिलने से मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं | मुँह में पानी आना - रसगुल्ले देखकर मेरी लार टपक पड़ी | भाग जाना -चोर पुलिस देखकर नौ दो ग्यारह हो गया | १६. भाग , भाग्य | आचार , अचार | प्रणाम , प्रमाण |
उत्तर -१६. शस्त्र , अस्त्र | ईर्ष्या , स्पर्धा | १७. अज्ञान , उपग्रह , अभाव , बुनाई , जंगली | १८. यदि तुम यहाँ से जाना चाहते हो तो तुम जा सकते हो | यदि वह यहाँ आया तो मैं यहाँ से चला जाऊँगा | १९ और २० के उत्तर आप स्वयं लिख सकते हैं |
कक्षा सात के लिए
निम्नलिखित पुनरावर्तन कार्य पत्रिका छात्र-छात्राओं को तब दी जाए जब उन्हें व्याकरण के लगभग सभी मुद्दों से परिचित करा दिया जाए। इसे वर्ष के अंत में भी दे सकते हैं इसलिए इस पत्रिका के अंतिम प्रश्न में वर्ष बदल दें । इस पत्रिका को कराते समय अध्यापक और अध्यापिका छात्र-छात्राओं को स्वयं बिना किसी की सहायता से इस कार्य पत्रिका को करने के लिए प्रेरित करें ताकि यह पता चल सके कि वे व्याकरण के सभी मुद्दों को अच्छी तरह से समझ गए हैं ।
उत्तर - १. उ ऊ ए ऐ ओ | २. घ ङ च | ३. झ ञ ट | ४. ढ ण त | ५. श ष स | २. वर्षा , शीशा , परमात्मा , घण्टा , पञ्छी, कङघी , कम्बल , अन्त , कहानियाँ , गाँव , लड़ाई , बढ़ना , पट्टियाँ , रूप , रुक
उत्तर- अलग करना , उजाला , चिकना, अशांत , आशा , डरपोक, खर्चा , अनुपस्थित | ७. संज्ञा - रीता , कपड़े , आसमान , दिल्ली , यमुना , नदी | सर्वनाम - मैंने , वह , हम | विशेषण - सफेद , नीले , काली | ८. क्रिया - बंद हो जाएगा -भविष्यकाल , हुई थी -भूतकाल , पढ़ रहा है -वर्तमान काल | ९. मैं कल आम खाऊँगा | हम कल मैदान में खेले |
उत्तर - तुम राम को बुलाते हो | १०. गाँधी जी ने कहा था ," हमें हमेशा सत्य बोलना चाहिए |" क्या तुमने यह सब पढ़ा है ? हे भगवान् ! अभी तक यहीं बैठे हो , गए नहीं | ११. हमें मुंबई जाना है | अनेक लड़के यहाँ बैठते हैं | मैं तमाशा देखता हूँ | यहाँ बहुत उजाला है | तालाब में मछलियाँ हैं | १२. जग - यह जग बहुत बड़ा है | जग में पानी भरा है |
उत्तर - जीत होने पर उसे हार पहनाया गया | वह प्रतियोगिता में हार गया | जन्मदिन पर मुझे भेंट मिली | कल बहुत दिनों बाद मेरे दोस्त से मेरी भेंट मिली | १३. सैनिक , विदेशी , शिक्षक , डॉक्टर , कुम्हार | १४. अंदर , ऊपर , नीचे , अंदर |
उत्तर - १५. बहुत भूख लगना - दो दिन खाना न मिलने से मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं | मुँह में पानी आना - रसगुल्ले देखकर मेरी लार टपक पड़ी | भाग जाना -चोर पुलिस देखकर नौ दो ग्यारह हो गया | कुछ मिलना - आज बड़े दिनों बाद यह कीमती घड़ी मेरे हाथ लगी है | मदद करना - मैं अपनी माँ के काम में हाथ बँटाती हूँ | १६. भाग , भाग्य | आचार , अचार | प्रणाम , प्रमाण | शस्त्र , अस्त्र | ईर्ष्या , स्पर्धा |
उत्तर - १७. जीत , पढ़ाई , लिखावट , शीतलता , सुंदरता | १८. धीरे - खरगोश धीमा चलता है | तुम जल्दी चलो वरना देर हो जाएगी | लेकिन - मैं आ जाती परन्तु देर हो जाने से न आ पाई | अरे , तुम आज नहीं आ रहीं | ओहो , तुम कल नहीं आ पाओगी | १९. सहयोग , सुलभ , स्वरूप , फलवाला , वार्षिक , प्रयास , इज़्ज़तदार , मँहगी , पढ़ाई , बचपन |
Mam! I want to teach sanskrit and hindi in foreign. How could it possible? Please guide me.
ReplyDeleteMam! I want to teach sanskrit and hindi in foreign. How could it possible? Please guide me.
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