Wednesday, November 4, 2015

Comprehensions work sheets for classes 3, 4, 5, 6,7 and 8 with SOLUTIONS/ANSWERS

मैं वैली स्कूल  में पढ़ाती हूँ । यहाँ पर मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की कक्षाएँ लेती हूँ । वैली स्कूल में हम पाठ्य पुस्तक का प्रयोग न कर विभिन्न साधनों का प्रयोग कर विभिन्न विषय छात्र-छात्राओं को सिखाते हैं । इसलिए व्याकरण के मुद्दों को सिखाने के लिए हम विभिन्न स्रोतों से सामग्री संकलित करते हैं जिससे छात्र -छात्राएं विषय को अच्छी तरह से समझ सकें । इस ब्लॉग में प्रकाशित कार्य - पत्रिकाएं  और अभ्यास -पत्रिकाएं विभिन्न पाठ्य -पुस्तकों, व्याकरण पुस्तकों और रचनात्मक पुस्तकों  से एकत्रित की गई हैं । यहाँ मैं इस सामग्री को शीर्षक के अनुसार और प्रत्येक कक्षा के स्तर के अनुरूप प्रस्तुत कर रही हूँ । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि विषय -सामग्री पर मैं अपना अधिकार नहीं जमा सकती । मैं इसे संकलित करने का दावा अवश्य कर सकती हूँ । विशेष रूप से यह कि इस विषय सामग्री को एक व्यवस्थित और संगठित ढंग से कक्षा के अनुरूप पढ़ाने और बच्चों को अच्छी तरह से समझाने का दावा कर सकती हूँ । इस विषय सामग्री को अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी छात्र-छात्राओं के साथ बांटने में मुझे बहुत ख़ुशी है और मैं सभी पुस्तकों और उन्हें लिखने वालों का शुक्रिया करती हूँ कि उन्हीं के कामों को पहले मैंने अपने अध्यापन में प्रयोग किया और अब सबके साथ इसे बांट कर मैं सभी लेखकों के काम को बहुत से लोगों तक पहुंचा रही हूँ । आशा है कि आप सब को मेरा यह प्रयत्न पसंद आएगा और सभी के लिए यह सामग्री उपयोगी सिद्ध होगी ।  

 कक्षा तीन और चार के लिए  
उत्तर - १. मैं जीभ से चखता हूँ | २. मैं नाक से सूंघता हूँ | ३. वह आँखों से देखता है | ४. मेरी दो आँखें हैं | ५. दाँतों से मैं चबाता हूँ |  ६. नाक सूँघने के काम आती है |  

उत्तर - १. मेरा नाम सुरेश है | २. मेरे बड़े भाई का नाम रमेश है |  
३. मेरे छोटे भाई का नाम महेश है |  ४. मेरी बहिनों के नाम उमा और उषा है |  ५. मेरी माता जी का नाम यशोदा है |  ६. मेरे पिताजी का नाम रामनाथ है | 
उत्तर -१.  चिड़िया चिर-चिर बोलती है |  २. चिड़िया की चोंच में तिनका है |  ३. चिड़िया तिनका  घोंसला बनाने के लिए आ रही थी | ४. चिड़िया पेड़ पर घोंसला बना रही थी | ५. घर मेहनत से बन जाता है |  ६. सुख मेहनत से मिल जाता है | 
उत्तर - १. प्यासा कौआ था |  २. कौए ने बरतन बगीचा में देखा |  
३. बरतन में थोड़ा -सा पानी था | ४. पानी को ऊपर लाने के लिए कौए ने चोंच में छोटे-छोटे कंकर उठाए | उसने वे कंकर बरतन में डाले | तल का पानी ऊपर चढ़ने लगा | आखिर कौए की चोंच पानी तक पहुँच गई | उसने आनंद से पानी पिया और उड़ गया | 

उत्तर - १. यह तोता है |  २. इसका नाम गंगाराम है | ३. इसका रंग हरा होता है | ३. तोते की चोंच लाल रंग की होती है | ४. तोता मिर्च खाता है | ५. तोता सबको अच्छा लगत्ता है क्योंकि वह सिखाने पर मनुष्य की बोली बोलता है | 
उत्तर - मिलजुलकर -together , दही -curd , दरवाजे - door , 
रात - night , दिन - day , मौज - enjoyment , गाना -song | १. दही दूध से बनता है | २. दही बड़ा बहुत बड़ा होता है |  ३. सब चूहे दही बड़ा रात -दिन खाते हैं |  १. बड़ा -छोटा  २. अंदर -बाहर  ३. रात -दिन  
४. बहुत - कम   ५. बैठना |  
उत्तर - १. उल्लू - रात  २. बुलबुल - गाना  ३. मुर्गी -दाना  ४. मोर -बरसात  ५. कौआ - काला  ६. पिल्ला - कें -कें  ७. तोता -टे -टे  
८. बतख - कवेक -कवेक | १.  मोर   २. कौआ  ३. मुर्गे   ४. कबूतर  
५. तोते  ६. कोयल  ७. मछली  ८. मुर्गी    ९. तोता  १०. कबूतर 
उत्तर - १. गदहे  २. बन्दर  ३. गाय , भैंस और बकरी  ४. घोड़े  ५. बिल्ली  ६. कुत्ता  ७. ऊँट  ८. साँप |  कुत्ता- भौं -भौं , बिल्ली -म्याऊँ -म्याऊँ, बन्दर - खों -खों , गधा -ढेँचू -ढेंचू , गाय - बां -बां , बकरी - में -में , घोडा - हिन-हिन
उत्तर - २. पिटाई  ३. मचाई  ४. लगाई|  १. बिल्ली दबे पाँव आई |  
२. कुत्ते ने भौं -भौं कर आवाज़ लगाई|  ३. बिल्ली , आई , मलाई , लगी , गिराई , मचाई , मुन्नी , रसोई , दौड़ी , गई , पाई , लगाई|  ४. lick  , throw  
उत्तर - १. जंगल का राजा शेर है |  २. शेर की खाल पहनते हैं |  ३. हाथी की सूँड होती है |  ४. सबसे तेज़ खरगोश भागता है |  ५.  गैंडे की नाक पर सींग होता है |  ६. कंगारू के पेट में बच्चा बैठा होता है |  
७. जिराफ की गर्दन लम्बी होती है | ८. बंदर को नचाकर आदमी तमाशा देखता है | 
उत्तर -  ३. १. पालतू - tame  २. स्वामिभक्त -faithful  ३. रखवाली - guard  ४. भौंकना - bark  ५. शत्रु - enemy  ६. तेज़ -fast   ७. जानी-दुश्मन- life enemy  ८. भेड़ -बकरियों - sheep - goat  ९. पता लगाना - get to know  १०. उपयोगी -useful |  ४. १. कुत्ता , प्राणी , २. बिल्ली  ३. शत्रु  ४. दाँत  ५. चोरों | ५. १. कुत्ता बिल्ली का जानी दुश्मन होता है | २. कुत्ता स्वामिभक्त प्राणी है | ३. किसी नए आदमी को देखकर वह भौंकने लगता है | ४. पुलिस के कुत्ते चोरों का भी पता लगा लेते हैं | 
उत्तर - १. किसान दुखी था क्योंकि उसके लडके हमेशा लड़ते-झगड़ते रहते थे | २. किसान ने बेटों को लकड़ी का गट्ठर तोड़ने को दिया | ३. गट्ठर की लकड़ियाँ अलग -अलग करने पर ही टूटी  | 
४. पिता ने बेटों को सिखाया कि एकता से उन्नति होती है अथवा मेल -मिलाप रहने से ही शक्ति होती है और अनेकता से अवनति | 

कक्षा पाँच के लिए - 
उत्तर -१. हाथी रोज नदी में स्नान करने जाता था | २. दर्जी की दूकान पर पहुँच कर हाथी सूँड अंदर बढ़ा देता था  | 

३. दर्जी एक रोटी रोज उसकी सूँड में थमा देता था | ४. दर्जी को शरारत सूझी तो उसने एक सुई हाथी की सूँड़ में चुभो दी | 


उत्तर -५. हाथी को गुस्सा आया तो वह नदी से लौटते समय अपनी सूँड में कीचड़ भर लाया और वह कीचड़ का फव्वारा दरजी की दूकान में छोड़ दिया | ६. कीचड़ से दर्जी की दुकान के सभी कपड़े गंदे हो गए | उसे अपनी शरारत का फल मिला |  
उत्तर - १. चारों लड़कों को लड़ते -झगड़ते देखकर किसान ने उन्हें अपने पास बुलाया और उन्हें रस्सियों की लड़ी देकर तोड़ने को कहा | २. चारों लड़के रस्सियों की लड़ी को नहीं तोड़ पाए क्योकि रस्सियाँ लड़ी में बंधी हुईं थीं | ३. लड़कों से रस्सियाँ तब टूटीं जब वे रस्सियाँ अलग -अलग हो गईं | ४. किसान ने अंत में चारों पुत्रों से कहा कि अगर तुम ऐसे ही अलग -अलग रहोगे तो कोई भी तुम्हें आसानी से तोड़ सकेगा पर यदि तुम मिलकर रहोगे तो कोई भी तुम्हें नहीं तोड़ सकेगा अथवा अलग कर सकेगा |  ५. इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमें मिल-जुल कर रहना चाहिए | 
उत्तर- "टेलीविजन" के ऊपर अनुच्छेद मेरे ब्लॉग "बच्चों की कलम से " में संगृहीत है जो कक्षा पाँच के बच्चों ने लिखा है | 

१. एक था खरगोश , एक था कछुआ | २. एक दिन खरगोश ने कछुए से कहा | ३. आओ , दौड़ लगा कर देखें , कौन आगे जाता है | 
४. कछुआ तैयार हो गया | ५. एक पेड़ तक पहुँचने के लिए दोनों ने दौड़ शुरु कर दी | ६. देखते ही देखते खरगोश 
छलाँग मारकर 
आधी दूरी तक पहुँच गया | ७. तब उसने पीछे मुड़कर देखा | ८. तो कछुआ बहुत रेंगता -सा दिखाई दिया | 

९ . उसने सोचा कि कछुआ तो अभी बहुत दूर है | १० . वह जब तक 
मेरे पास आएगा | ११ . तब तक सोकर उठ उससे पहले ही छलाँग मारता हुआ पेड़ तक पहुँच जाऊँगा | १२ 
. थोड़ी देर झाडी के नीचे सो लूँ | १३ . खरगोश झाडी के नीचे सो गया | १४ . और कछुआ लगातार चलता गया | १५ . थो
ड़ी देर में कछुआ 
 खरगोश  को पीछे छोड़ कर पेड़ के नीचे जा खड़ा हुआ | १६ . कुछ देर में खरगोश की आँख खुली तो वह चौंककर एकदम छलांगे मारने लगा | १७ . परन्तु पेड़ के नीचे पहुँचकर उसने देखा |  १८ . कछुआ पहले ही 
पेड़ के नीचे 
खड़ा था | १९ . खरगोश ने अपनी हार मान ली |  

उत्तर - १. खरगोश तेज़ दौड़ता है | २. खरगोश इसलिए हार गया क्योंकि वह दौड़ के बीच में ही  एक झाड़ी  के नीचे सो गया | ३. कछुआ जीत गया क्योंकि वह दौड़ के बीच में नहीं सोया बल्कि लगातार चलता रहा | 


उत्तर - ४. इस कहानी से सीख मिलती है कि धीरे और लगातार काम करने से हम सफलता हासिल कर सकते हैं | ५. कछुए की दौड़ अच्छी है क्योंकि वह लगातार अपनी गति से चलता रहा | उसने खरगोश से तुलना न करके केवल अपने लक्ष्य पर ध्यान दिया | 
उत्तर - १. बिल्ली को जब भूख लगती तो वह किसी चूहे को अपना शिकार बना लेती | २. चूहे इकट्ठे होकर सोच रहे थे कि किस तरह से इस म्याऊँ से जान बचे | ३. चूहे बिल्ली के गले में घंटी बाँधना चाहते थे ताकि उसके आने का पता चल सके | ४. बिल्ली के गले में घंटी बाँधने से चूहों को बिल्ली के आने का पता चल जाता तो वे वहाँ से अपनी जान बचाकर भाग जाते | 
उत्तर - ५. इन चूहों में से कोई भी हिम्मत वाला चूहा नहीं था | ६. सबसे डरपोक चूहा कोई भी न था क्योकि सब डरपोक थे | ७. "म्याऊँ की ठौर " का अर्थ है - म्याऊँ का मुँह |  ८. बिल्ली को देखकर चूहे वहाँ से भाग गए | 
एक चूहे ने कहा -म्याऊँ के गले में घंटी बाँधी जाए | 
दूसरे चूहे ने कहा -सचमुच म्याऊँ से बचने का यह उपाय बहुत अच्छा है | 
तीसरे चूहे ने कहा - परन्तु उसके गले में घंटी बाँधी कैसे जाएगी | 
चौथे ने कहा-मैं उसकी दुम पकडूँगा | 
उत्तर - पाँचवे ने कहा -मैं उसकी एक टाँग पकडूँगा | 
छठे ने कहा - मैं उसकी दूसरी टाँग पकडूँगा | 
सातवें ने कहा -मैं उसकी तीसरी टाँग पकडूँगा |  
आठवें ने कहा -मैं उसकी चौथी टाँग पकडूँगा | 
नवें ने कहा -मैं उसकी गर्दन पकडूँगा | 
दसवें ने कहा -मैं उसका एक कान पकडूँगा | 
ग्यारहवें ने कहा -मैं उसका दूसरा कान पकडूँगा | 
बारहवाँ चूहा-परन्तु म्याऊँ की ठौर अथवा उसका मुँह कौन पकड़ेगा| 



उत्तर- १. लोमड़ी अंगूरों की एक बगिया में घुस गई थी | २. अंगूर देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया होगा | ३. लोमड़ी ने अंगूर पाने के लिए बहुत छलांगे लगाईं | ४. मैना एक बेल पर बैठी थी | 
उत्तर - ५, मैना ने लोमड़ी से कहा कि क्या उसे उसकी मदद चाहिए | ६. लोमड़ी ने मैना से मदद नहीं ली क्योंकि वह घमंडी थी और वह मैना को यह कह कर चली गई कि उसकी बगिया के अंगूर खट्टे हैं और उसे खट्टे अंगूर नहीं खाने | ७. यदि मैं लोमड़ी के स्थान पर होता तो मैना की मदद लेता क्योंकि कठिनाई में किसी की मदद लेना या देना गलत नहीं है | 

१. बगिया , लोमड़ी | २. उसने , ताकत , लगाई|  ३. बेल , मैना , मदद , बहिना | 


उत्तर - १. वृक्षों को पप्रकृति की शोभा कहा गया है क्योंकि वे हमें हरियाली और शीतलता देते हैं और वे हमारे प्राणदाता भी हैं | २. वृक्ष हमें ऑक्सीजन , फल -फूल , दवाइयाँ , वस्त्र और कागज़ देते हैं | 
३. वृक्ष बाढ़ रोकते हैं , अपनी जड़ों से मिट्टी को बाँधकर रख देते हैं, बादलों को बुलाते हैं और जलवायु को उष्ण होने से बचाते हैं | ४. हमें इनकी रक्षा ऐसे करनी चाहिए कि इन्हें काटना नहीं चाहिए और हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए | 
उत्तर - प्रकृति - कुदरत , शोभा -सुंदरता , शीतलता -ठंडक , वृक्ष -पेड़ | शीतल -उष्ण , रक्षक -भक्षक , स्वार्थ -निस्वार्थ , अधिक -कम | मुख्य विचार -वृक्ष हमारे साथी हैं |  
उत्तर - १. डरपोक  २. ७:३०  ३. पेड़  ४. वर्षा लाए  ५. बाघ  ६. बच्चा  ७. गुलाब  ८. दीवाली | 
कक्षा छ: के लिए 

उत्तर - १. कौरवों और पाडंवों के आचार्य द्रोणाचार्य थे | २. आचार्य जी धनुष -बाण चलाना सिखाता था | ३.  आचार्य जी कौरवों और पांडवों को धनुष और बाण चलाने की विद्या सिखाते थे  | ४. अर्जुन की बारी सबसे अंत में आई | 
उत्तर - ५ . आचार्य जी ने अर्जुन से पूछा -अर्जुन तुम निशाना कहाँ लगाओगे ? ६. अर्जुन ने उत्तर दिया - चिड़िया पर | 
७. चिड़िया मारकर अर्जुन ने गिराई | 
१. लड़के पिकनिक के लिए ओखला गए थे | २. यमुना में लड़का यकायक गिर गया | 
उत्तर - ३. वह चिल्ला रहा था क्योंकि उसे तैरना नहीं आता था और वह यमुना में डूबने लगा | ४. उसको अशोक ने बचाया क्योकि वह उसकी आवाज सुनकर उसके पास गया और पानी में कूद पड़ा और तैर कर उसे पकड़कर किनारे पर ले आया | ५. उसे इनाम इसलिए मिला क्योकि उसने एक बालक को नदी में डूबने से बचाकर उसकी जान बचाई थी |  ६. उसे उसकी बहादुरी के लिए और लड़के की जान बचाने के लिए इनाम मिला | 
उत्तर -१. साहब की रूस की यात्रा कर रहे थे | २. घोड़ा हब्शी ने बेचा और पौलैंड वासी ने खरीदा | ३. घोड़ा एक पौंड का बेचा गया था | ४. हब्शी ने जब साहब को एक पौंड का नॉट दिखाया तो साहब ने कहा कि तुमने अपना घोडा इतना सस्ता क्यों बेच डाला | 







उत्तर -५.  जब साहब ने पोल से जाकर पूछा कि उसने लंगड़ा घोडा एक पौंड में क्यों खरीदा है तो पोल ने कहा कि उसने पहले ही देख लिया था कि घोड़े की टाँग में खराब नाल लगी हुई और वह लंगड़ाता है | ६. पोल ने हब्शी को असली नोट नहीं दिया था | 



उत्तर - १. कुएँ के मेंढक के पास समुद्र का मेंढक आया था | २. कुऍं के मेंढक ने समुद्र के विषय में पूछने के लिए कुएँ के पानी का छोटा -सा चक्कर लगाकर पूछा कि क्या समुद्र इतना बड़ा होता है | ३. कुएँ के मेंढक को समुद्र के मेंढक के यह कहने पर क्रोध आया जब उसने कहा कि समुद्र बहुत बड़ा होता है क्योंकि उसने कुएँ के अतिरिक्त कोई दुनिया नहीं देखी थी | ४. अधिक अध्ययन से हमें अपने अज्ञान के बारे में पता चलता है | ५. समुद्र के अनेक मेंढक कुओं में आ पहुँचे | ६. समुद्र का पानी खारा होता है | क्रोध करने से सेहत खराब होती है | मेंढक कूद -कूद कर तालाब में चला गया | आजकल कुआँ नहीं दिखाई पड़ता |  



उत्तर - संज्ञा - देश , गाँव , स्त्री , पुत्रियाँ , जलोबा, पोपेल्का , माता, पिता, नगर , वस्तुएँ , मार्ग , नारियल , वृक्ष , संदूक , राजा , घर , उत्सव , लोग , काम , कबूतर , महल | 
सर्वनाम - यह , उनका , वह , उसने , उसके, तुम | 
विशेषण - दो , बड़ी , छोटी, निर्दयी , दयालु, कोमल , विचित्र , तीन , सारी , कुछ , सब , उदास, सुन्दर |  

उत्तर - क्रिया - थीं , था , प्यार करते थे, गया , लाया , देखा , तोड़ लिए , दे दीं , दिए , रख दिए , हुआ , चले गए , छोड़ गए, रोई , आ बैठा , हो गई , कहने लगा , तोड़ो | 
भविष्य काल -पहुँच सकोगी | 
स्त्री कहाँ रहती थी ? वह  किस देश की रहने वाली थी? माता- पिता किसको अधिक प्यार करते थे ?उनके पिताजी उनके लिए क्या -क्या लाए ? राजा के भोज में कौन -कौन गए ? पोपेल्का ने कबूतर से क्या कहा ? उसने संदूक से एक नारियल निकाल कर तोड़ा | छोटी पुत्री को केवल तीन नारियल दे दिए | राजा के महल में पहुँच सकोगी | 

उत्तर - १. इस घटना से गोपाल कृष्ण गोखले के ये दो गुण उभर कर आते हैं - वे सत्यवादी और ईमानदार थे |  २. गोपाल कृष्ण ने अपने -आपको प्रशंसा का अधिकारी नहीं समझा क्योंकि प्रश्न का उत्तर उनके भाई ने हल किया था, उन्होंने नहीं | ३. पुस्तक से सदा सत्य बोलने की प्रेरणा इस प्रकार मिलती रहेगी क्योंकि वह पुस्तक उन्हें सत्य बोलने के उपलक्ष्य में दी गई थी | वह हमेशा इस पुस्तक को देखकर यह बात याद रखेंगे और सत्य ही बोलेंगे | 
उत्तर - गोपाल कृष्ण बचपन से ही सत्यवादी थे | मेरे प्रश्न का तुरंत उत्तर बताओ | वे रोते हुए से बोले - मुझे क्षमा करें | यह लो अपना इनाम | मुझे पुरस्कार लेने का कोई अधिकार नहीं | गोखले ने रोते हुए अस्वीकार किया कि उत्तर उनके भाई ने प्रश्न का नहीं दिया है | शिक्षक ने घर से एक प्रश्न  हल करके लाने के लिए कहा | गुरु जी ने उसे शाबाशी दी | 


उत्तर - क. सत्यवादी गोखले  ख. उसने प्रश्न का सही हल निकाला था ग. सत्यवादी घ. वह सत्य बोलने का पुरस्कार थी | 




उत्तर - १. घर वालों को चोर के स्वभाव का पता नहीं था क्योंकि वह दिन भर एक सज्जन की तरह रहता था | २. लड़के को लेकर वह चोरी करने के लिए एक बाग़ में ले गया | ३. वहाँ जाकर उसने लड़के को कहा कि तुम यहाँ खड़े रहना और यदि कोई आ जाए तो मुझे सूचित करना | इस बात का ध्यान रखना कि कहीं हमें कोई देख तो नहीं रहा | ४. लौटकर उसने लड़के से पूछा कि किसी ने देखा तो नहीं | ५.पिता को पुत्र ने उत्तर दिया कि इधर तो कोई नहीं था लेकिन एक ने देखा तो ज़रूर है | 
६. पुत्र की बातों को सुनकर  कि ईश्वर सब कुछ देखता है चाहे दिन हो या रात | हमें हमारे कर्मों के अनुसार फल भुगतना पड़ता है पिता  पर यह प्रभाव पड़ा कि उसने उस दिन के बाद चोरी करना छोड़ दिया |  ७. पिता ने चोरी करना छोड़ दिया क्योंकि उसे अपने पुत्र की बातों से सीख मिली कि ईश्वर दिन हो या रात , अंधेरा हो या रौशनी , सब कुछ देखता है | वह हर मनुष्य को उसके अच्छे -बुरे कर्मों के अनुसार फल देता है | ८. 'ईश्वर सब कुछ देखता है ' का अर्थ है कि हम सबसे अपने अपराध और पाप छुपा सकते हैं पर अपनी अंतरात्मा से नहीं | हमारी अंतरात्मा सब कुछ देखती है और हमें सही -गलत के बारे में बताती है | 
उत्तर - १. दोनों दरबारी एक -दूसरे को देखकर जलते थे क्योंकि उनके बीच शत्रुता थी | २. एक दरबारी ने राजा से कहा कि आपके दरबार में तिलकचन्द जैसा मनहूस कोई नहीं है | यदि दुर्भाग्यवश प्रात : काल उसके दर्शन हो जाएं तो किसी को खाना तक नसीब नहीं होता | 

उत्तर -३. राजा ने अविश्वास प्रकट करते हुए कहा कि वह इस बात की परीक्षा लेंगे | ४. राजा ने इस बात की परीक्षा करने के लिए आदेश दिया कि कल उन्हें प्रात : काल तिलकचन्द ही जगावे |  ५. दिन भर खाना न मिलने पर राजा ने आदेश दिया कि तिलकचन्द को फाँसी पर लटका दिया जाए |  ६. तिलकराज ने राजा से कहा कि वह सूली पर चढ़ने से पहले कुछ निवेदन करना चाहता है | ७. तिलकराज को मुक्ति मिली क्योंकि उसने राजा से यह निवेदन किया कि प्रात :काल मेरा मुँह देखकर आपको २४ घंटे में एक बार खाना मिला और उसी प्रात :काल आपका मुँह देखकर मैं सूली पर चढ़ाया जा रहा हूँ | अब आप ही सोचिए कि कौन मनहूस है | राजा को तिलकचन्द की बात समझ में आ गई और उसने उसे सूली पर नहीं चढ़ाया | ८. राजा ने तिलकचन्द को मुक्त करते हुए कहा कि दुनिया में कोई मनहूस नहीं है | 
उत्तर - १. राजा ने सभासदों को अपने उपवन में सांयकाल के सुहावने समय  बुलाया | २. सेवक इधर -उधर तरह-तरह मिठाइयाँ और पकवान लिए दौड़ रहे थे | ३. तेनालीराम ने सभासद की जेब में कॉफी डाली क्योंकि वह सभासद एक -दो मिठाइयाँ खाता और एक -दो अपनी जेब में डाल लेता था | इसलिए उसने उसकी जेब में कॉफी भी डाल दी | ४ तेनालीराम का उत्तर सुनकर सब सभासद खूब हँसे होंगे और चोरी करने वाला सभासद शर्मिंदा हुआ होगा |  ५. तेनालीराम ने सही काम किया क्योंकि चोरी करना गलत है | 
उत्तर - समानार्थक - १. संध्या २. खूबसूरत ३. जवाब  ४. गुस्से में /क्रुद्ध  ५. शहर  ६. ख़ुशी  ७. नौकर विपरीतार्थक - १. प्रात:काल  २. असुंदर  ३. प्रश्न  ४. शांत  ५. गाँव  ६. उदासी  ७. मालिक /स्वामी 
सही शीर्षक -जेब ने उड़ाई दावत | २. स्वादिष्ट  मिठाइयाँ  ३. क्रोधित दृष्टि   ४. गर्म कॉफी  ५. सुसज्जित सभा  ६. गंभीर स्वर 

कक्षा सात के लिए - 


उत्तर - १. यह रोबोट का युग है  २. बुद्धि में अंतर है | 

उत्तर - ३. यह करोड़ों वर्षों से बना हुआ है | ४. मशीनों से मानव को यह लाभ हुआ कि घंटों का काम मिनटों में हो जाता है | ५. मानव-मनुष्य , यंत्र -मशीन , युग - समय , सुविधा - आराम , प्राणी -जीव -जंतु , प्रकृति -कुदरत , वर्ष -साल , आकार -रूप | ६. मशीनी युग , विशालकाय , वैज्ञानिक , रोबोट , बुद्धिमान | 
उत्तर -१. गद्यांश के उपयुक्त शीर्षक "साहित्यकार रवीन्द्रनाथ टैगोर " है | २. रवीन्द्रनाथ टैगोर बंगला भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार और कवि थे | ३. बचपन से  रविंद्र को कविता पढ़ने और लिखने का चाव था | 
४. 'कविता क्या होती है ' -इस प्रश्न का उत्तर बड़े भाई ने यह कहकर दिया कि कविता रस से भरी होती है और इसका रस लोगों को आनंद से भर देता है |  ५. कविता लिखने के लिए रवींद्र ने ढेर सारे फूल लिए और उनका रस निकालने की कोशिश की ताकि उस रस से कविता लिख सकें |  ६.अ.  १. शौक  २.  बड़े भाई |  ब. १. प्रसिद्ध  २. बड़ा 
स. बंगला , रवींद्रनाथ , साहित्यकार , कविताएँ  द. उन्हें , उन्होंने , अपने , इसका इ. जानता , पूछा , होती है , देता है | ७. 'कविता रस से भरी होती है ,इसका रस लोगों को आनंद से भर देता है ' पंक्ति का अर्थ है कि कविता की लय , भाव और ताल सब को आकर्षित करते हैं और सब लोग कविताओं को चाव से सुनकर भाषा का आनंद उठाते हैं | 
उत्तर - १. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है - लाल बहादुर शास्त्री | 
२. शास्त्री जी का जन्म दो अक्टूबर १९०४ में वाराणसी के निकट मुगलसराय में एक निर्धन किसान परिवार में हुआ था | ३. शास्त्री जी के जीवन में आर्थिक कठिनाइयाँ भरी थीं और उन्हें अपने पिता का स्नेह प्राप्त नहीं हुआ | ४. इन्होंने मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त कर काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की  |  ५. शास्त्री जी को "जय जवान , जय किसान " का नारा देने , छोटे कद वाला , महान उपलब्धियों और गुणों से भरे विलक्षण व्यक्ति के रूप  किया जाएगा | ६. इन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए गांधी जी की पुकार पर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और कई बार जेल यात्रा भी की | ७. अ. १. निर्धन २. विलक्षण ३. भाग्य  ४. शुरुआत | आ. लालबहादुर शास्त्री, मुगलसराय, वाराणसी, अक्टूबर | इ. स्वतंत्रता, व्यक्तित्त्व , राजनैतिक |  ई. आरम्भ , मृत्यु , निर्धन , स्वतंत्रता , पास/निकट 
उत्तर - १. इस गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है - राजा अकबर और बीरबल | २. राजा ने अकबर से एक घड़ा भरकर बुद्धि माँगी | ३. बीरबल ने अकबर से कहा कि वे छ : महीनों में घड़ा भरकर बुद्धि  बना लेंगे | ४. घड़े के भीतर कददू इस तरह आया कि घर आकर बीरबल ने अपने बगीचे में कददू के बीज बोए , जब उसकी बेल बढ़ी तो उसमें छोटे -छोटे कददू उग आए | तब बीरबल ने एक कददू के ऊपर घड़ा उलटा करके रख दिया | थोड़े दिनों में कददू घड़े के आकार का बढ़ गया | ५. बीरबल ने अकबर के सामने ये शर्तें रखीं कि घड़े से बुद्धि निकाल लें पर ध्यान रखें कि घड़ा टूटे नहीं क्योंकि बीरबल को अपना घड़ा वैसे का वैसा चाहिए | ६. संयुक्ताक्षर - बुद्धि , कददू | ७. होशियार , तरीका , पूरा |  ८. छोटे , घड़ा | छ : | 
उत्तर - १. धनी पुरुष ने एक मंदिर बनवाया | उसने आगुन्तकों के लिए ऐसा प्रबंध किया कि कोई भी भूखा और दीन दू;खी साधु -संत आए तो वह आराम से दो -चार दिन वहाँ ठहर सके | २. धनी पुरुष को ऐसे आदमी की आवश्यकता थी जो मंदिर के सभी कामों को ठीक -ठाक चला सके | निराश लौटने वाले धनी पुरुष को गालियाँ देते और उसे मूर्ख और पागल कहते |  ३. एक दिन फटे और मैले कपडे पहने आदमी मंदिर के दर्शन करने  आया | ४. धनी आदमी ने भले व्यक्ति को ऐसे पहचाना कि मंदिर के रास्ते में ईंट का एक कोना निकला रह गया था | सब लोगों को ठोकर लगती , चोट लगती और वे उठकर चले जाते | पर भले आदमी ने उस ईंट को रास्ते से निकाल कर भूमि बराबर करदी | इस प्रकार से धनी पुरुष के अनुसार भला आदमी अपने कर्त्तव्य को जानता है और उसका पालन करता है |  ५. संज्ञा - पुरुष , मंदिर , प्रबंध | विशेषण - धनी , दीन , दुःखी |६.. १. व्यवस्था  २. ज़रूरत ३, बेवकूफ  ४. धरती  ५. अतिथि | 


उत्तर - १. चेला खाने का शौक़ीन था और उससे भूख बर्दाश नहीं होती थी | २. साधू ने शुरु में ही चेले से कहा कि आज चने मिले हैं , चने ही सही किन्तु यदि तेरी जलेबी खाने की इच्छा है तो मैं चने को ही जलेबी बना दूँगा | ३. चार घंटे तक चेला भूख से बेचैन रहा | ४. जातिवाचक संज्ञा - चने , जलेबी |  भाववाचक संज्ञा - भूख , अधीरता | 

उत्तर - १. राघव और आदर्श दूसरे शहर में धन कमाने जा रहे थे | 
२. दोनों ने एक -दूसरे से वादा किया था कि वे सुख -दुःख में एक दूसरे की सहायता करेंगे | ३. डर के मारे राघव अपना वादा भूल गया और भागकर एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ गया | ४. आदर्श ने अपनी माँ से सुन रखा था कि भालू मरे हुए  आदमी को नहीं खाते हैं |  ५. आदर्श ने भालू को आता देखा तो झट से साँस रोककर ज़मीन पर लेट गया जैसे कि मरा हुआ  हो | ६. इस गद्यांश से सीख मिलती है कि स्वार्थी लोगों को अपना मित्र नहीं बनाना चाहिए | ७. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है - दो मित्र और भालू |  ८. अ. बुद्धिमान , मृत , स्वार्थी , ऊँचा , बहादुर | आ. सदा , जंगल , आता , डरपोक , नासमझ | 
उत्तर - १. राजा के तीन पुत्र आलसी और बुद्धू थे जिसके कारण उनका मन पढाई में नहीं लगता था | २. राजा ने प्रसिद्ध विद्वान विष्णु शर्मा को अपने पुत्रों को शिक्षा देने की ज़िम्मेदारी सौंप दी | ३. विष्णु शर्मा ने राजा के पुत्रों को नीति कथाएँ सुनाकर शिक्षा दी और छ : महीनों में उन्हें राज -काज चलाने में सक्षम बना दिया | ४. 'पंचतंत्र ' में शिक्षाप्रद और रोचक कहानियाँ हैं | ६. अ. उत्तरदायित्व , आश्वासन , रूचि , रोचक , आरम्भ , प्रयत्न | आ. आलसी , नासमझ , बनाना , आरम्भ , सरस |  ७. आलसी और बुद्धू थे | प्रसिद्ध विष्णु शर्मा |  
उत्तर - १. व्यापारी एक जैसे दिखने वाले दो घोड़े लेकर दरबार में आया | २. दोनों  घोड़ों की शक्ल , कद -काठी और रंग में समानता थी | ३. रानी ने दोनों घोड़ों को देखने के बाद एक घोड़े का दाम एक हज़ार रुपए और दूसरे घोड़े का दाम मात्र पचास रूपए लगाया | 
४. रानी ने दोनों घोड़ों की कीमत में अंतर रखा क्योंकि एक घोड़े का स्वास्थ्य उत्तम था और दूसरा घोडा किसी रोग का शिकार था | 
५. व्यापारी रानी की सूझ -बूझ और बुद्धिमानी इन दोनों  बातों  से प्रभावित हुआ | ६. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है - रानी लक्ष्मीबाई की बुद्धिमानी | ७. १. व्यापारी  २. घुड़सवारी  ३. राजमहल |  
८. अ. कीमत , आश्चर्यचकित  , फ़र्क  , आयु | आ. स्वस्थ , अविश्वास , प्रभावित , अच्छी | 

उत्तर - १. केले का फल पौष्टिक और औषधियों गुणों से युक्त होता है | २. केले के पेड़ के नीचे हिन्दू स्त्रियाँ पूजा -अर्चना करती हैं , दीपावली और अन्य त्योहारों पर केले के पेड़ से तोरण द्वार पर सजाए जाते हैं , केले के पत्ते शुभ माने जाते हैं इसलिए धार्मिक समारोहों , विवाह और पूजा पाठ में इनका पयोग होता है | केले के पत्ते में भोजन करने का एक अलग आनंद है | 
उत्तर - ३. केले के फल में कार्बोहाइड्रेट , प्रोटीन और विटामिनों की अच्छी मात्रा होती है | ४. अशुभ , अवगुण | ५. अमीर , गरीब | 
१. राणा प्रताप नई सेना का गठन नहीं कर पा रहे थे क्योंकि उनका धन समाप्त होता जा रहा था | २. भामाशाह राणा के पास अपना सारा धन अर्पित करने आए थे | ३. हल्दीघाटी के मैदान में मुगल सम्राट अकबर के पुत्र सलीम और राणा प्रताप के बीच युद्ध हुआ था | 
४. उनका , वे | ५. हमला , नरेश | 

उत्तर - राम की सेना के सामने समुद्र को पार करना एक बड़ी चुनौती थी | २. राम ने समुद्र से विनती की कि उन्हें समुद्र पार करने दें और तीन दिनों तक इंतजार करते रहे पर जब समुद्र नहीं माना तो राम को क्रोध आया | ३. समुद्र ने राम को सलाह दी कि आपकी सेना के नील और नल नामक सैनिक उसके ऊपर पुल बना सकते हैं | ४. पुल बनने में पाँच दिन लगे |  ५. दिन -वार , दिवस | समुद्र - सागर , जलधि  |  वानर -बंदर , कपि | ६. तीन दिन , पाँच दिन | 

उत्तर - १. लम्बी छुट्टियों के बाद स्कूल जाते समय रवि ने देखा कि उसके स्कूल के निकट के खेल के मैदान में खुदाई हो गई थी | 
२. रवि की आंखों में आँसू छलकने लगे जब उसे समझ आया कि मुलायम घास , गेंदे के फूल और तितलियों वाला मैदान अब नष्ट हो चुका है | 
३. जो कुछ भी हम अपने आस -पास देखते हैं , वह पर्यावरण होता है | 
४.  विशेषण - मुलायम , विशेष्य - घास 
५. नष्ट - नाश , विशाल - बहुत बड़ा , सुबह -सवेरा , शिक्षक -अध्यापक 
उत्तर - १. क , २. -ग , ३. घ  , ४. ख 
उत्तर - १. ग , २. ख , ३. ग ,  ४. क ,  ५. अपकर्ष 
उत्तर - १. ख  ,  २. ग  , ३. क ,  ४. क,  ५. ख 
उत्तर - १. घ ,  २. ख ,  ३. क  , ४. ग ,  ५. घ 
उत्तर- १. क , २. क  ३. क  , ४. ख  , ५. गुण + अवगुण | उत्तर - १. ख 
 उत्तर - २. क  ३. ग  ४. क  ५.  ख  | उत्तर - १. ख  २. क  ३. ग 
उत्तर - ४. ख  ५. क | उत्तर - १. ख  २. ग  ३. क  ४. घ  ५. ख 
उत्तर - १. मध्यप्रदेश , दक्कन , छोटा नागपुर में गोंड -खांड , ओरांव-मुंडा  , भील -संथाल आदि का जीवन नियमों से नहीं बंध सकता |  
२.  आदिवासियों के संगीत की विशेषता है कि दल में गीत और नाच होते हैं | 
३. गढ़वाल , किन्नौर , काँगड़ा आदि - अपने गीत और उनकी अपनी -अपनी विधियाँ हैं जिसके कारण  उनका नाम "पहाड़ी " पड़ गया है | 
४. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है - लोकगीत | 
५. निर्जीव -सजीव , अभिन्न - भिन्न |  












कक्षा आठ के लिए 



उत्तर - १. ब ,  २. द   ३. स  ४. द ५.  द  ६. स  ७. द 


उत्तर - १. द  २. द  ३. स  ४. द  ५. स  ६. द  ७. द 


उत्तर - १.  ३    ,२. ३ ,  ३. ३ , ४. ४ , ५. ३,  ६.  २ , ७. २ 

उत्तर - १. इ ,  २. आ , ३. ई , ४. ई , ५. ई , ६. इ , ७. ई 
उत्तर - १. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है - विज्ञान और अभिशाप | 
२. प्रदूषण चार प्रकार के हैं - वायु प्रदूषण , जल प्रदूषण , ध्वनि प्रदूषण , मिट्टी प्रदूषण | 
३. विज्ञान ने मनुष्य को सुख-सुविधा के अनेक आविष्कार किए  पर साथ ही अनेक प्रकार के अभिशाप दिए हैं | 
४. विज्ञान की सहायता  ने धरती, आकाश, अंतरिक्ष, पर्वत , सर्दी , गर्मी पर नियंत्रण कर लिया है | 
५. प्रदूषण बढ़ने का  मुख्य कारण जनसंख्या है क्योंकि जनसंख्या बढ़ने से रहने की जगह, रोटी , व्यवसाय आदि भी चाहिए | इसलिए वनों का कटना  और कारखानों का बढ़ना जारी है | 
६. मनुष्य द्वारा किए गए आविष्कारों के दुष्परिणाम ये हुए हैं कि औद्योगिक कचरे से नदी , तालाब और सागर आदि का पानी  प्रदूषित हो गया  |  अंधाधुंध वन काट दिए गए |  यातायात के साधनों के कारण विषैले धुँए से पर्यावरण का संतुलन खराब हो गया | मौसम में भी बदलाव आ गया  | 
७. प्रदूषण , औद्योगिक , पर्यावरण , विज्ञान , अत्याधिक , परमाणु 
८. अ.  १. फल , परिणाम  २. काबू,        ३. बल , ताकत  ४. बदलाव 
आ.   १. अधिकता  २. संतुलन  ३. शाप   ४. अनेक . 
इ. पर्यावरण , औद्योगिक , दुष्परिणाम , जनसंख्या 
उत्तर - १. गद्यांश के लिए एक उचित शीर्षक है - शरीर और उसके अंग | 
२. हमारी आँखों से हम नई - नई चीज़ें देखते हैं और चारों ओर  की दुनिया देखते हैं | 
३. नाक से हम साँस लेते हैं और सूंघते हैं | फूलों की सुगंध और स्वादिष्ट पकवानों की खुशबू सूंघकर हमारा मन प्रसन्न हो  जाता है | मुँह का काम खाना -पीना  और बोलना है | 
४. हमारा मुँह एक है ताकि हम कम खाएँ और कम बोलें | 
५. हमारी दो आँखें हैं ताकि हम बहुत देखें और बहुत सीखें | हमारे दो कान हैं ताकि हम सही सुनें और बहुत सीखें | 
६.  इस अनुच्छेद से हमने सीखा कि हमारे शरीर में दो आँखें और दो कान होने का उद्देश्य बहुत ही सीख देने वाला है | इसी तरह एक नाक और एक मुँह का भी अपना विशेष महत्त्व है | अत : हमें अपने शरीर के अंगो का महत्त्व समझकर उनका सही व् उचित उपयोग करना चाहिए | 
७. अ. १. खुशबू  २. स्वस्थ  ३. आवश्यक  ४. सदा 
     आ. १. सुगंध  २. स्वस्थ  ३.मीठा  ४. सुन्दर 
      इ. शरीर , कान , नाक , मुँह , आँखें 
      ई. बातें , चारों 
      उ. आँखें , मुँह 
८. १. अधिक खाना  २. ज्यादा देखना   
 
उत्तर - १. इस देश में भारत की बात की जा रही है | 
२. इस देश के चरण हिन्द महासागर धो रहा है | 
३.  इस देश की नदियों के पानी को 'सुधा की धारा ' गया है क्योंकि इनमें हर समय पानी भरा रहता है | यह पानी  मीठा है और इस पानी के कारण हमारे देश में हरियाली से भरा रहता है | 
४. इस देश का हर भाग सुशोभित इसलिए कहा गया है क्योंकि हर भाग सूखे मेवे, फल, फूलों , तरकारियों आदि से युक्त दिखाई देता है | 
५. इस देश का मुकुट हिमालय को कहा गया है क्योंकि यह भारत के उत्तर में उसके शीर्ष पर स्थित है जैसे कि मनुष्य के सिर पर मुकुट सुशोभित होता है | 
१. इस कविता में भिखारी दो टूक कलेजे के करते हुए पछताते हुए आ रहा है अथवा वह भूखा है और उसे भीख मांगनी पड़ रही है | उसकी हालत देखकर सबका दिल टूट जाता है | 
२. उसके शरीर के दो अंग पेट और पीठ भूख के कारण मिल गए हैं | 
३. वह भूख मिटाने के लिए मुट्ठी भर दाने चाहता है और उसके लिए मुँह फटी झोली को सबके आगे फैलाता है| 
४. उसके साथ उसके दो बच्चे भी आते हैं और वे सदा अपना हाथ फैलाए भीख मांगने  के लिए फैलाए रखते हैं| 
५. उनका बाँया हाथ उनके पेट पर है जिससे वे पेट को मल रहे हैं ताकि लोगों को पता चले कि वे भूखे हैं | वे अपने दायें  हाथ को दया दृष्टि पाने के लिए फैलाए रखते हैं |  
उत्तर - १. इस गद्यांश का शीर्षक है - महात्मा गाँधी के जीवन की एक घटना | 
२. आश्रम का नियम था कि सब लोग अपने बर्तन स्वयं साफ करें | 
३. एक दिन गाँधी जी ने बड़े -बड़े बर्तनों को साफ करने की ज़िम्मेदारी ली | 
४. कस्तूरबा ने गाँधी जी से कहा कि यह काम उनका नहीं है और इस काम  को करने के लिए दूसरे लोग हैं | 
५. जेल के बारे में  गाँधी जी ने बताया कि एक बार जेल में जो मददगार दिया गया था , उसके काम से असंतुष्ट होकर उन्होंने कैसे स्वयं ही लोहे के बरतनों को भी माँजकर चाँदी के समान चमका दिया | 
६. गाँधी जी ने बात मान ली क्योंकि ऐसा करने में ही उन्हें बुद्धिमानी लगी | 
७. गद्यांश से सीख मिलती है कि हमें हर काम ऐसे करना चाहिए ताकि हमें उससे संतोष प्राप्त हो| 
८.  कोयले की खान में काम करते वक्त उसके हाथ -मुँह पर कालिख लग गई | हमें सबके काम में मददगार बनना चाहिए | 
९. अ - १. बुद्धिमानी  २. सफाई  ३. पेंदा  ४. मददगार 
आ. १.  बुद्धिमानी  २. सफाई  ३. असंतुष्ट 
इ. साफ करें, धोते थे , ले लिया , लगी हुई थी 
उत्तर -१. इस गद्यांश का उचित शीर्षक है - पंडित जवाहरलाल नेहरू | 
२. पंडित नेहरू हमारे स्वतंत्र देश भारत के प्रथम प्रधान मंत्री थे |  
३. पंडित नेहरू ने अपनी पुत्री इंदिरा को अनेक पत्र लिखे जब वे केवल दस वर्ष की थीं | 
४. पत्रों में यह जानकारी दी गई थी कि पृथ्वी की शुरुआत हुई और मनुष्य ने कैसे अपने को  और पहचाना | 
५. पंडित नेहरू को अपने देश के बारे में बोलने और बताने में बहुत आनंद आता था | 
६. "पिता के पत्र पुत्री के नाम " की ख़ास बात यह है कि इन्हें नेहरू जी ने अंग्रेजी में लिखा था और इनका हिंदी अनुवाद हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद जी ने किया था | 
७. विशेष , अनुवाद , प्रसिद्ध , उत्साहित 
उत्तर - १. लड़के का नाम फूचांग था और मालिक का नाम फाहियान था | 
२. लड़के ने मालिक को चेतावनी दी थी कि कभी भी दुकान में एक आदमी होने पर ताली मत बजाना | 
३. एक दिन दुकान पर एक सेठ आया | 
४. मालिक को उस सेठ ने रुपयों की थैली देकर अकेले मोर का नाच देखने की इच्छा प्रकट की और मालिक रुपयों की थैली देखकर लड़के की चेतावनी भूल गया | 
५. कहानी के संज्ञा शब्द हैं - मालिक, दीवार , मोर | 
६. कहानी के सर्वनाम शब्द - उसने , मैं , तुम्हारा तुम्हारा 
७. चीन देश में एक गरीब लड़की रहती थी | 
८. मोर कूदकर नाचने लगे | 
उत्तर - १. थकी शीतल हवा ने मेरा अथवा कवि का शीश उठाया | 
२. उसने यह शीश उठाया जब कवि का मस्तक ज्वर से जल रहा था तब शीतल हवा ने उसका सर उठाकर अपनी गोद में रख दिया | 
३. कवि का मस्तक जल रहा था शीतल हवा ने शीतल हाथ उस पर रखा | 
४. शीतल हवा भी अपने को थका हुआ महसूस कर रही थी | 
५. हवा को पराजय ने शीतल किया और भटकाव ने उसे गति दी क्योंकि वहाँ कोई नहीं था और हवा को लगा कि मानो सब उसके ही हों और वह सबको हवा देकर शीतलता प्रदान कर प्रसन्न  हो रही थी | 
उत्तर - १. रामदास एक ग्वाले का बेटा था | वह रोज सुबह जंगल में अपनी गायों को चराने ले जाता था | 
२. रामदास ने सबसे अधिक कीमती घंटी अपनी सबसे अधिक सुन्दर गाय के गले में बाँधी थी | 
३. अजनबी ने रामदास को घंटी खरीदने के बाद चालीस रुपए दिए | 
४. अजनबी ने घंटी खरीद ली जिससे रामदास अंदाजा नहीं लगा पाता था कि उसकी गाय इस वक्त कहाँ चर रही है जब चरते -चरते गाय दूर निकल गई तो अजनबी को मौक़ा मिल गया और वह रामदास की गाय को अपने साथ लेकर चल पड़ा | 
५. "ठगी का सुख बड़ा खतरनाक होता है " -यह पंक्ति रामदास के पिता ने रामदास से तब कही जब रामदास ने अपने पिता को अजनबी द्वारा उसकी गाय ले जाने की घटना बताई क्योंकि अजनबी ने रामदास को पहले चालीस रुपए देकर खुश किया फिर उसकी गाय चुराकर ले गया | 
६. " अजनबी " का अर्थ अपरिचित है " अनुमान " का अर्थ है अंदाजा | 
७. जंगल में भयानक जीव -जंतु रहते हैं | बिल्ली के गले में घंटी बंधी होने से चूहों को उसके आने का पता चल जाता है | तुम्हें अपने मित्र के फेल होने पर दू:ख तो होगा ही | 
उत्तर - १. आइंस्टाइन विज्ञान के क्षेत्र में मशहूर हैं | बचपन में उन्हें 'बुद्धू' कहकर चिढ़ाया करते थे | 
२. आइंस्टाइन को गणित विषय की कक्षा अच्छी नहीं लगती थी |
३. आइंस्टाइन के शिक्षक ने उनसे चिढ़कर कहा कि तुम सात जन्मों में भी गणित नहीं सीख़ सकते , कुछ और सीखो | 
४. आइंस्टाइन ने अपनी महानता का रहस्य एक विद्यार्थी को बतलाया कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी हिम्मत नहीं हारी |  निराश न होकर निरंतर श्रमपूर्वक प्रयत्न करता रहा और इस कारण मेरे लिए सबसे कठिन विषय गणित सरल बन गया | 
५. हम सफलता  कठिनाइयों में अपनी सहनशीलता और शक्ति बनाए रखने  पर प्राप्त कर सकते हैं | सच ही है कि सोना आग में तपकर ही खरा होता है | 
६. आइंस्टाइन की कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि आत्मविश्वास पूर्वक निरंतर प्रयत्न करते हुए कोई भी बुद्धू बुद्धिमान बन सकता है | कहा भी गया है - करत -करत अभ्यास कर जड़मति होत सुजान | 
७. सर्वनाम - वे , वह , उनकी , तुम , स्वयं       विशेषण -  महान , वैज्ञानिक , प्रतिभाशाली , कठोर , कठिन 
८. अध्यापक के प्रश्न का उत्तर न पता होने पर छात्र बगलें झाँकने लगा | परिश्रम करोगे तो बहुत आगे बढ़ोगे | आत्मविश्वास होने पर कोई भी सफलता पा पा सकता है | हर व्यक्ति को कठिनाई के समय सहनशीलता रखनी चाहिए | विद्यार्धी को अनुशासन में रहना चाहिए | 
उत्तर - १. क , २. ग , ३. घ , ४. ख | 
उत्तर - ५. घ |  १. ग ,  २. क , ३. ग ,  ४. क , ५. क | 
उत्तर - १. ख ,  २. ग , ३. क , ४. क , ५. ख | 
उत्तर - १. घ , २. ख , ३. क , ४. ग  ५. घ | 
उत्तर - १. ग  , २. क ,  ३. ग , ४ ख , ५. गुण + अवगुण |   
उत्तर - १. ख  , २. क , ३. ग , ४. क , ५.  ख |  १. ख  , २. क , ३. ग 
उत्तर - ५. क |  १. घ , २. ग , ३. क , ४. घ , ५. ख | 

उत्तर - मध्यप्रदेश , दक्कन , छोटा नागपुर में गोंड खांड , ओरांव मुंडा , भील संथाल आदि का जीवन नियमों की जकड में बंध न सका | 
२. आदिवासियों के संगीत की विशेषता है कि यह  बड़ा ही ओजस्वी और सजीव  है |
३. गढ़वाल , किन्नर और काँगड़ा आदि के गीतों का नाम पहाड़ी पड़ गया है | 
४. गद्यांश  उचित शीर्षक है - आदिवासियों का लोकसंगीत | 
५. सजीव , भिन्न |  
उत्तर - १. यदि आदमी अक्षरों की खोज नहीं करता तो हम इतिहास को नहीं जान पाते | 
२. अक्षरों की खोज सबसे बड़ी खोज है क्योंकि इसके कारण ही मनुष्य अपने विचारों को लिखकर रखने लगा | 
३. मानव -जाति का तेजी से  विकास अक्षरों और उनसे बनी हुई  लिपियों की खोज के कारण हुआ | 
४. गद्यांश के अनुसार हमें अक्षरों की पूरी कहानी मालूम होनी चाहिए कि जो अक्षर हम पढ़ते हैं , वे कब  बनाए गए , कहाँ बनाए गए और किसने बनाए | 
५. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है -अक्षरों की कहानी |  


उत्तर - १. संचार के क्षेत्र में विकास होने से विश्व में सूचना क्रांति आई है| 
२. जनसम्पर्क माध्यम रेडियो, समाचार पत्र और टेलीविजन को कहा गया है क्योंकि इनके माध्यम से हम बड़ी संख्या में लोगों से संचार कर सकते हैं | 
३, सेटेलाइट तेल की खोज , वनों का सर्वेक्षण , भूमिगत जल , खनिज सम्पदा , मौसम पूर्वानुमान और आपदा पूर्व चेतावनी आदि कार्यों में सहायक होते हैं | 
४. इंटरनेट के माध्यम से विश्व भर में केवल सूचना और परस्पर समीपता ही नहीं मिलती अपितु इनसे हमारा जीवन अधिक सुखमय बन गया है | अब हम घर पर बैठे ही रेल , हवाई जहाज और सिनेमा या होटल तक के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं | 
५. सुखमय , विकास | 
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१. हिमाचल  प्रदेश की कांगड़ा घाटी में धर्मशाला स्थित है | 
उत्तर -२.  तिब्बती धर्मगुरु का नाम दलाई लामा है | उनका निवास हिम से आच्छादित पर्वतमालाओं में धर्मशाला में है |  
३. धर्मशाला के अन्य नाम छोटा तिब्बत और मिनी ल्हासा है | 
 ४. गद्यांश के लेखक ने तिब्बती बस्ती , बाज़ार , ढाबे  और दुकानों से सजे मैकलोडंगज में पर्यटन का आनंद  उठाया | चीड़ , देवदार और कैल  के सदाबहार वृक्षों से भरी पहाड़ियों में घूमे  की डल झील कश्मीर की डल झील की तरह ही खूबसूरत पिकनिक स्थल है | 
५. धर्मशाला में ही लेखक ने अपने ट्रेकिंग के शौक को पूरा किया | 
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उत्तर - १. श्रम हमारे जीवन को गतिमान रखता है , जब हम श्रम को नकारते हैं तो हमारे जीवन की गति रुक जाती है | 
२. तुलसीदास जी ने कहा है - दैव -दैव आलसी पुकारा यानी  आलसी व्यक्ति खुद कुछ नहीं करना चाहते | 

उत्तर - ३. भारत के लोगों की लम्बी गुलामी का कारण था कि यहाँ के लोग आलसी और निष्क्रिय हो गए थे| उन्होंने परिश्रम को भुला दिया था | 
४.  यदि हम भारतीय परिश्रम करते रहेंगे तो भारत एक विकसित देश बन जाएगा पर यदि हम आलसी रहे तो हम फिर से गुलाम बन जाऐंगे और अपनी आज़ादी को खो देंगे | 
५. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है - आलस न कर परिश्रमी बनो | 
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१.  सहारा रेगिस्तान की कष्कारी जलवायु में तुआरंग और बेछुइन जनजाति के लोग रहते हैं जो बहुत से क्रियाकलापों में भाग लेते हैं | 
२. तुआरंग और बेछुइन चलवासी जनजाति के लोग हैं | ये  बकरी, भेड़ , ऊँट और घोड़े जैसे पशुधन को पालते हैं | 
३. धूल भरी आँधियों और गर्म वायु से बचने के लिए चलवासी जनजाति के लोग भारी वस्र पहनते हैं | 
४. सहारा के मरुस्थलों एवं मिस्त्र की घाटी में रहने वाले लोग जल की उपलब्धता के कारण खजूर उगाते हैं | इसके साथ ही चावल , गेहूँ , जौ और सेम की फसलें भी उगाते हैं | 
उत्तर - ५. मिस्त्र में उगाए जाने वाली कपास पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है| 
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उत्तर -१. जो व्यक्ति सबसे पहले भूकंप महसूस करे उसे जोर -जोर से चिल्लाकर दूसरे लोगों को भूकंप आने की चेतावनी देनी चाहिए | 
२. भूकंप की चेतावनी सुनाई देने पर तत्काल नज़दीकी सुरक्षित स्थान पर पहुँचकर नीचे लेट कर अपने शरीर को सुरक्षित  रखने का प्रयास करना चाहिए | 
३. भूकंप के तेज़ झटकों  स्थिति में शरीर के संवेदन शील अंग गर्दन और सिर को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए | 
४ . भूकंप की स्थिति में खिड़की, शीशे और भारी अलमारियों से दूर रहना चाहिए | 
५. नज़दीक , मज़बूत | 


उत्तर - १. गंगा के मैदानों में इलाहाबाद , लखनऊ , पटना , कलकत्ता और वाराणसी जैसे १० लाख से अधिक की आबादी वाले शहर स्थित हैं | 
२. इन शहरों और यहाँ स्थित उद्योगों का गंदा पानी नदी में जाता है जिससे नदी प्रदूषित होती है | 
३. योग ब्रह्मपुत्र में यातायात के चार मार्ग सुरक्षित हैं | 
४. मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग यातायात के रेलमार्ग  और सड़क मार्ग के  साधनों  का प्रयोग करते हैं | कई
 क्षेत्रों में बड़े हवाई पत्तन भी स्थित हैं |  
उत्तर -१.  स्त्रियाँ ढोलक की मदद से गाती हैं और इनके गाने के साथ नाच का भी पुट होता है | 
२. गुजरात के दलीय गान को 'गरबा' के नाम से जाना जाता है | इसे विशेष विधि से घेरे में घूम -घूम कर औरतें गाती हैं | साथ ही लकड़ियाँ भी बजाती जाती हैं जो बाजे का काम करती हैं | इसमें नाच -गान साथ चलते हैं | वस्तुत : यह एक नाच ही है | 
३. होली के अवसर पर ब्रज में 'रसिया ' चलता है जिसमें दल के दल लोग गाते हैं विशेष तौर पर औरतें | 
४. गद्यांश के आधार पर यहाँ के गीतों की विशेषताएँ ये हैं कि इन्हें दल में गाया जाता है, सब स्त्री - पुरुष मिलजुलकर गाते और नाचते हैं , यहाँ के गीतों में नाच भी होता है , इसमें जीवन इठला -इठला कर लहराता है और लोग पूरी तरह से इसका आनंद लेते हैं | 
५. अनंत | 
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उत्तर - १. छोटू सुन रहा था और पापा बोल रहे थे | 
२. पापा के अनुसार हमारे पुरखे ज़मीन के ऊपर रहा करते थे पर यहाँ धीरे -धीरे वातावरण बदलने लगा | 
उत्तर - ३, सूरज से हमें उष्णता और रौशनी मिलती है और इनसे ही जीवों का पोषण होता है | 
४. सूरज में परिवर्तन होने से ही प्राकृतिक संतुलन में बदलाव हुआ जिसका सामना करने में पशु -पक्षी, पेड़ -पौधे और अन्य जीव अक्षम साबित हुए , केवल हमारे पूरखे ही इसका सामना कर सके | 
५. सक्षम , अंधेरा | 
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उत्तर - १. प्रारंभिक मानव का जीवन सरल था | उसने अपना जीवन प्रकृति के अनुरूप बना लिया था और उसकी आवश्यकताएँ आस -पास की प्रकृति से पूरी हो जाती थीं | 
२. मानव ने पर्यावरण के  उपयोग और उसमें बदलाव करने के तरीके सीख लिए | उसने फसल उगाना , पशु पालना और स्थायी जीवन जीना सीख लिया | 
३. प्रारंभिक मानव ने अपने  जीवन में ये बदलाव लाकर अपना जीवन उन्नत बनाया - १. आवश्यकता से अधिक अन्न उपजाया , पहिये  आविष्कार, वस्तु -विनिमय पद्धति का विकास, व्यापार का आरम्भ , वाणिज्य का विकास, औद्योगिक क्रांति , परिवहन का तेज़ गति से विकास, सूचना क्रान्ति से संचार लाना , यातायात  का विकास आदि| 
  
उत्तर- ४.. औद्योगिक क्रान्ति से बड़े पैमाने पर उत्पादन आरम्भ हो गया |  परिवहन तेज गति से आरम्भ हुआ | सूचना क्रांति से पूरे विश्व में संचार द्रुत और सहज हो गया | यातायात के आधुनिक साधनों का  विकास हुआ जिससे दुनिया के लोग एक -दूसरे के निकट आ गए | 
५. औद्योगिक क्रान्ति से परिवहन का तेज गति से आरम्भ होना , सूचना क्रांति से पूरे विश्व में संचार का द्रुत होना और यातायात के आधुनिक साधनों का  विकास  होना -इन गतिविधियों से मनुष्य और पर्यावरण के बीच संतुलन बिगड़ गया | 
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उत्तर -१. प्रेयरी में मक्का , कपास, सोयाबीन , आलू और अल्फा -अल्फा फसलों का उत्पादन होता है | 
२. विशाल मवेशी  फार्म को रैंच और उसकी देखभाल करने वाले को काओबाय कहते हैं | 
३. प्रेयरी प्रदेश के सबसे महत्त्वपूर्ण पशु बाइसन अथवा अमेरिकी भैंसा है | इसके अलावा खरगोश, काइयोट , ग्रोफर और प्रेयरी कुत्ता हैं | 
४. प्रेयरी प्रदेश के  कुछ जंतुओं को सुरक्षित प्रजातियों की श्रेणी में रखा गया है क्योंकि  निरंतर शिकार के कारण ये पशु लगभग लुप्त हो गए | 
५. (उपसर्ग) प्र + देश (मूल शब्द)  | 
उत्तर - १. स्वामी रामतीर्थ हमारे देश के महान संत थे | वे एक बार जापान गए थे | 
२. "जापान में शायद अच्छे फल नहीं मिलते " यह बात स्वामी रामतीर्थ ने कही क्योंकि एक दिन उन्हें फल खाने को नहीं मिले और उन दिनों उनका भोजन फल ही था | उनकी गाडी एक स्टेशन पर रुकी तो उन्होंने फल की खोज की और उन्हें वहाँ अच्छे फल नहीं मिले| 
३. एक जापानी युवक स्वामी रामतीर्थ के पास एक टोकरी ताजे फल लेकर आया क्योंकि वह अपनी पत्नी को स्टेशन पर छोड़ने आया था और प्लेटफार्म पर खड़ा था और उसने स्वामी रामतीर्थ की बात सुन ली थी | 
४. जापानी युवक ने स्वामी रामतीर्थ को ताजे फलों की टोकरी लाकर दी और उसका मूल्य नहीं लिया |  उसने उनसे कहा कि यदि वे इन फलों का मूल्य देना चाहते हैं तो वह यह  है कि वे अपने देश जाकर किसी से न कहें कि  जापान में अच्छे फल नहीं मिलते | 
५. युवती , स्वामिन | 


उत्तर - १. शिक्षक से विद्या प्राप्ति के तीन उपाय हैं- नम्रता , जिज्ञासा और सेवा | 
२. गांधी जी प्राय : कहा करते थे कि जिनमें नम्रता नहीं आती वे  पूरा सदुपयोग नहीं कर सकते | 
३.  नम्रता बड़ों के प्रति कर्त्तव्य ,बराबर वालों के प्रति विनयसूचक और छोटों के प्रति कुलीनता का सूचक है | 
४. विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तकों एवं पाठ्यक्रम के प्रति जिज्ञासा का होना ज़रूरी है क्योंकि यह उनमें बुद्धि  विकसित  करेगा और विषय को ह्रदयंगम करने में सहायक होगा | 
५. एकाग्रचित्तता से पाठ को समझने और ह्रदयंगम करने में सहायता मिलती है |  
उत्तर - १. ख ,  २. ग ,  ३. ख  , ४. क ,  ५. ग 
उत्तर - १. ख , २. ग , ३. क , ४. क , ५. घ | 
१. घ ,  २. क  
उत्तर - ३. ख , ४. ख , ५. क | १. ग , २. ख , ३. क , ४. ग , ५. घ 
उत्तर - १. क , २. क , ३. घ ,  ४.  ख   ५. ग  
उत्तर - १. ख , २. क , ३. ख , ४. घ  , ५. क 
उत्तर - १. ख , २. क , ३.  क   ४. ख    ५. ग  
उत्तर - १. ख ,  २. क , ३. ख  ४. ख  ५. क 
उत्तर - १. क  , २. ख , ३. घ , ४. ख ,  ५. क  
उत्तर - १. कवि ने भारत और भारतीयों में माता और बेटे का परस्पर संबंध बताया है | 
२. कवि ने भारत माता को एक अरब से अधिक भुजाओं वाली कहा है क्योंकि भारतीयों की संख्या एक अरब है | 
३. भारतवासी सुदिनों में एक साथ हँसते ,गाते और सोते हैं | दुर्दिनों  में साथ -साथ जगते और पौरुष ढोते हैं | 
४. कवि ने पद्यांश में भारत माता के लिए शस्य श्यामला , प्रकृतिमयी , प्राणमयी और सम्मानमयी विशेषणों का प्रयोग किया है | 
५. यदि भारत माता न होती तो धरती वसुधा कैसे कहलाती , गंगा कहाँ बहती और गीता कहाँ गाई जाती | 
उत्तर - १. ख ,  २. क ,  ३. ख ,   ४. क ,   ५. ग 
उत्तर - १. ख ,  २. घ  , ३. घ ,   ४.  क ,  ५. घ |  १.  क | 
उत्तर - २. ख ,  ३. घ ,  ४. ग , ५.  ख |   १. क , २, ख ,  ३.  ग | 
उत्तर - ४. घ , ५. क | 
उत्तर - १. कवि ने बादल और पक्षियों के भगवान के डाकिये कहा है | 
२. भगवान के डाकिये द्वारा लाई गई चिट्ठियां पेड़ -पौधे , पानी और पहाड़ बाँचते हैं | 
३. कवि के अनुसार हम लोग यह आँकते हैं कि एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है | 
४. एक देश भाप दूसरे देश में पानी बनकर गिरता है | 
५. दुर्गन्ध | 






























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