मैं वैली स्कूल में पढ़ाती हूँ । यहाँ पर मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की कक्षाएँ लेती हूँ । वैली स्कूल में हम पाठ्य पुस्तक का प्रयोग न कर विभिन्न साधनों का प्रयोग कर विभिन्न विषय छात्र-छात्राओं को सिखाते हैं । इसलिए व्याकरण के मुद्दों को सिखाने के लिए हम विभिन्न स्रोतों से सामग्री संकलित करते हैं जिससे छात्र -छात्राएं विषय को अच्छी तरह से समझ सकें । इस ब्लॉग में प्रकाशित कार्य - पत्रिकाएं और अभ्यास -पत्रिकाएं विभिन्न पाठ्य -पुस्तकों, व्याकरण पुस्तकों और रचनात्मक पुस्तकों से एकत्रित की गई हैं । यहाँ मैं इस सामग्री को शीर्षक के अनुसार और IGCSE Curriculum के अनुरूप प्रस्तुत कर रही हूँ । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि विषय -सामग्री पर मैं अपना अधिकार नहीं जमा सकती । मैं इसे संकलित करने का दावा अवश्य कर सकती हूँ । विशेष रूप से यह कि इस विषय सामग्री को एक व्यवस्थित और संगठित ढंग से IGCSE Curriculum के अनुरूप पढ़ाने और बच्चों को अच्छी तरह से समझाने का दावा कर सकती हूँ । इस विषय सामग्री को अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी छात्र-छात्राओं के साथ बांटने में मुझे बहुत ख़ुशी है और मैं सभी पुस्तकों और उन्हें लिखने वालों का शुक्रिया करती हूँ कि उन्हीं के कामों को पहले मैंने अपने अध्यापन में प्रयोग किया और अब सबके साथ इसे बांट कर मैं सभी लेखकों के काम को बहुत से लोगों तक पहुंचा रही हूँ । आशा है कि आप सब को मेरा यह प्रयत्न पसंद आएगा और सभी के लिए यह सामग्री उपयोगी सिद्ध होगी ।
उपरोक्त कार्यपत्रिका में मुहावरों के सामने उनके सही उत्तर हैं ताकि छात्र और छात्राएँ इन्हें याद कर सकें ।
उत्तर - आंखें भर आना - आँख में आँसू आना
दंग रह जाना - हैरान होना
अंगूठा दिखाना - मना करना
गुणगान करना - प्रशंसा करना
नाक में दम करना - तंग करना
उत्तर - तंग करना - नाक में दम करना
हँसना - दाँत निकालना
नींद आ जाना - आँख लगना
मना करना - अंगूठा दिखाना
बहुत भूख लगना - पेट में चूहे कूदना
सहायता करना - हाथ बँटाना
उत्तर - क - III, ख -V, ग - IV, घ -I, ङ -II
मुंह फुलाना - नाराज़ होना
ईद का चाँद होना - बहुत समय तक दिखाई न देना
कमर कसना - तैयार होना
आंखें दिखाना - गुस्सा होना
उल्लू बनाना - मूर्ख बनाना
मुँह में पानी भर आना - कुछ खाने की इच्छा होना
हवा से बातें करना - बहुत तेज़ भागना
फूला न समाना - बहुत प्रसन्न होना
उत्तर - आँखे दिखाना - गुस्सा करना
आग में घी डालना - क्रोध को बढ़ाना
अंगूठा दिखाना - देने से साफ मना कर देना
चार चाँद लगाना - मान बढ़ना
गुड़ गोबर करना - बना हुआ काम बिगाड़ना
खरी -खोटी सुनाना - बुरा -भला कहना
उत्तर - हाथ पाँव फूल जाना - घबरा जाना
सिर पीटना - पछताना
फूला न समाना - बहुत खुश होना
घी के दीये जलाना -खुशियाँ मनाना
आग बबूला होना - बहुत गुस्सा होना
अक्ल का दुश्मन - मूर्ख आदमी
छक्के छुड़ाना - हराना
खरी -खोटी सुनाना -बुरा -भला कहना
आँख लगना -सो जाना
क. उसने अँगूठा दिखा दिया ।
ख. दाँतों तले उंगुली दबा लेते हैं ।
ग. छक्के छुड़ा दिए ।
घ. दाल में काला है ।
ङ चारचाँद लग गए ।
उत्तर - पापड़ बेलना - बहुत कोशिश करना
पेट में चूहे कूदना - बहुत भूख लगना
फूला न समाना - बहुत खुश होना
दाँतो तले ऊँगली दबाना - हैरान होना
आग में घी डालना - गुस्सा दिलाना
अपनी खिचड़ी अलग पकाना - अपना काम स्वयं करना
उत्तर - श्री गणेश करना - आरम्भ करना
बाल -बाल बचना - बड़ी कठिनाई से जान बच जाना
ओखली में सिर देना - मुसीबत में पड़ना
खिचड़ी पकाना - गड़बड़ कर देना
अगर -मगर करना - बहाने बनाना
आग में घी डालना - गुस्सा बढ़ाना
दोनों हाथ में लडडू - दोनों ओर से लाभ
काला अक्षर भैंस बराबर - बिलकुल अनपढ़
घर की मुर्गी दाल बराबर - घर की चीजों को साधारण समझना
आम के आम गुठलियों के दाम - दोनों ओर से लाभ
नाच न जाने आँगन टेढा - काम न आने पर बहाने बनाना
क. बाल-बाल बच गया । ख. दुम दबाकर भाग गया ।
ग. जले पर नमक छिड़क कर घ. वह आसमान से बातें कर रहा था । ङ. कोल्हू के बैल की तरह काम करता है ।
उत्तर - क. मुँह फुला कर । ख. हवा से बातें । ग. मुँह में पानी भर । घ. पेट में चूहे कूद । ङ. खून पसीना एक ।
च. आँखें दिखाता ।
उत्तर - १. आग में घी डालना २. अंगूठा दिखाना ३. कोल्हू का बैल
४. मगरमच्छ के आँसू ५. जिसकी लाठी उसकी भैंस ६. ऊँट के मुँह में जीरा
७. दोनों हाथों में लडडू ८. खिचड़ी पकाना ९. ईंट का जवाब पत्थर से
उत्तर - नौ दो ग्यारह होना मुँह में पानी आना
कमर कसना पेट में चूहे कूदना आँख का तारा
भीगी बिल्ली बनना
उत्तर -१. अपनी आंखों पर बैठाती हैं ।
२. हिम्मत न हारी ।
३. आशा बंधी ।
४. ठान लिया ।
५. मोती जैसे अक्षर होना ।
उत्तर - १. आँखों से ओझल हो गया । (छिप जाना )
२. मुँह में पानी आता है । (किसी चीज के लिए ललचाना )
३. गागर में सागर । (लम्बी चौड़ी बात का थोड़े से शब्दों में वर्णन )
४. आँखों का तारा । (बहुत प्यारा )
५. प्राण सूख गए । (बहुत डर जाना )
६. आग बबूला हुईं ।(बहुत गुस्सा होना )
उत्तर - उपरोक्त कार्यपत्रिका में उत्तर क्रम से दिए हुए हैं ।
उत्तर - उपरोक्त कार्यपत्रिका में दिए उदाहरण के अनुसार ही नीचे के मुहावरों के उत्तर हैं यानि अगले दो मुहावरों के उत्तर क्रोस में हैं । ऐसे ही नीचे के अन्य मुहावरों के भी उत्तर क्रोस में हैं ।
उत्तर - १. कड़ी धूप में काम करने के बाद किसान का अंग -अंग ढीला हो गया | २. उसी ने दोनों दोस्तों के बीच आग लगवाई है | ३. मेरी पड़ोसिन हमेशा नमक -मिर्च लगाकर ही बात करती है | ४. होली के उत्सव में झगड़ा होने से सारा मज़ा किरकिरा हो गया | ५. आज ही मैंने नई दुकान का श्रीगणेश किया है | ६. वह रसोई के काम में माँ का हाथ बँटाती है | ७. रेलगाड़ी चले जाने के बाद अब हाथ मलने से कोई फायदा नहीं है | ८. वह वादा करके मुकर गया अब क्या कर सकते हैं ?
उत्तर - ९. उसे मैंने इतना बुलाया पर उसके कानों पर जूँ न रेंगी | १०. बच्चे ने रो -रो कर माँ की नाक में दम कर दिया | ११. चोर पुलिस को देखकर नौ दो ग्यारह हो गया | १२. अच्छे काम पर माँ ने बच्चे की पीठ ठोंकी | १३. पिताजी मेरे कम अंक देखकर आग बबूला हो गए | १४. माँ को आते देख वह भीगी बिल्ली बनकर पढ़ने बैठ गया | १५. श्रवण कुमार अपने माता -पिता की आँखों का तारा था |
उत्तर - १. आकाश पाताल एक कर देता है । २. आँखे दिखा रहे हो । ३. आँखें बिछाईं । ४. आँखों का तारा । ५. की आंखों में धूल झोंक दी । ६. आँखें फेर लेते हैं । ७. आँखें खुल गई हैं । ८. आँख उठाकर । ९. आग बबूला हो । १०. ११ और १२ उत्तर दिए हैं वाक्य के शुरू में ।
६. ईंट से ईंट बजा दी । ७. को ईंट का जवाब पत्थर से दिया ।
८. उँगुली पर नचाती है ।
९. उन्नीस बीस का अंतर है । १०. उलटी गंगा मत बहाओ । ११. एड़ी चोटी का जोर लगा । १२. एक और एक ग्यारह ।
उत्तर - १. उल्लू बनाया | २. कटे पर नमक मत छिड़को | ३. कमर कस | ४. काम तमाम कर | ५. कान पर जूं तक | ६. कलई खुल | ७. कलेजा ठंडा हुआ | ८. कलेजे पर साँप लोटता | ९. कान कतरता | १०. काला अक्षर भैंस बराबर | ११. खटाई में पड़ | १२. खरी -खोटी सुनाई |
उत्तर - १. खून पसीना करके |
उत्तर - २. खून का घूँट पीकर रह | ३. गड़े मुर्दे उखाड़ | ४. गागर में सागर भर | ५. गुड़ गोबर | ६.गाल बजाता ७. गिरगिट की तरह रंग बदलते | ८. घड़ों पानी पड़ | ९. घी के दिए जलाए | १०. घोड़े बेचकर सो | ११. चुल्लू भर पानी में डूब मरना | १२. चार चाँद लगा |
उत्तर - १.चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने २. छक्के छुड़ा |
उत्तर - ३. छठी का दूध याद आ | ४. सभी की जान के लाले पड़ गए | ५. टका -सा जवाब दे | ६. तिल का ताड़ बनाकर | ७. दाँत खट्टे कर | ८. दाँतों तले उंगलियाँ दबा | ९. दाल में कुछ काला है | १०. दाल न गलेगी | ११. धज्जियाँ उड़ा दीं | १२. नमक -मिर्च लगाकर |
उत्तर - १. नाकों चने चबवाये | २. नौ दो ग्यारह हो | ३. पत्थर की लकीर |
उत्तर - ४. पगड़ी नहीं उछालनी | ५. पापड़ बेलते | ६. पानी पानी हो | ७. पाँचों उंगलियाँ घी में हैं | ८. फूँक फूँक कर कदम रखो | ९. फूले न समाए | १०. बात की खाल निकाला | ११. बाल बाँका न | १२. भीगी बिल्ली बन |
उत्तर - १. बाएँ हाथ का खेल | २. माथा ठनका | ३. मुँह में पानी भर आया | ४. रंग में भंग पड़ गया | ५. रंगा सियार है |
उत्तर - ६. राई का पहाड़ बनाते हैं | ७. लकीर का फकीर हैं | ८. लहू का घूँट पीकर रह गया | ९. लाल पीला हो गया | १०. लेने के देने पड़ जाते हैं | ११. लोहा मानता था | १२. लोहा लिया |
उत्तर - १. श्री गणेश किया | २. हवा से बातें करते हैं | ३. शतरंज की चालें चलीं , पर ४. हाथ पाँव फूल गए | ५. कल्पना मिट्टी में मिल गई | ६. जी जान से काम करोगे , तो
उत्तर - ७. हाथ -पैर मारे ८. काल आ गया | ९. कुछ कसर उठा न रखी १०. अवाक रह गया | ११. डूब गया १२. दिमाग चाटा |
उत्तर - १. क़तर -ब्योंत करते हैं | २. पिंड छुड़ाया | ३. पेट बाँध कर सोना पड़ेगा | ४. रफूचक्कर हो गया | ५. झख मारते हो , ६. तोबा लो ७. धता बता दिया ८. पर्दाफाश हो गया |
उत्तर - ९. लल्लो -चप्पो करता रहता है | १०. सठिया गया है | ११. सब्ज़ बाग़ दिखाए | १२. मात दी |
उत्तर - १. बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद | २. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता | ३. अधजल गगरी छलकत जाए | ४. अब पछताए होत का जब चिड़ियाँ चुग गईं खेत |
उत्तर -५. अंधों में काना राजा था | ६. आँख के अंधे नाम नयनसुख | ७. आम के आम गुठलियों के दाम | ८. आ बैल मुझे मार | ९. उलटा चोर कोतवाल को डाँटे | १०. ऊँची दुकान फीके पकवान | ११. एक अनार सौ बीमार | १२. एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा |
उत्तर -१. एक पंथ दो काज | २. कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली | ३. का वर्षा जब कृषि सुखाने | ४. कोयले की दलाली में मुँह काला | ५. खोदा पहाड़ निकली चुहिया | ६. खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है | ७. घर का भेदी लंका ढाए | ८. चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए | ९. चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात | १०. चिराग तले अंधेरा |
उत्तर - ११. चोर की दाढ़ी में तिनका | १२. जिसकी लाठी उसकी भैंस |
उत्तर - १. थोथा चना बाजे घना | २. सागर में रहकर मगरमच्छ से बैर करना ३. डूबते को तिनके का सहारा | ४. अपनी चादर देखकर पैर पसारने चाहिए | ५. गरजने वाले बादल बरसते नहीं | ६. दूध का दूध पानी का पानी होजाए | ७. दूर के ढोल सुहावने | ८. दूध का जला छाछ भी फूँक फूँक कर पीता है ९. अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना |
उत्तर - १. आँखों से गिर गए हो २. अंग -अंग ढीला हो जाता है | ३. अंधे की लकड़ी | ४. अंगूठा दिखा दिया है | ५. आँख लग गई | ६. अक्ल मारी गई है | ७. अकड़ दिखाते हो | ८. अक्ल के अंधे हो | ९. अपना उल्लू सीधा करता है | १०. अंगूठा कभी नहीं चूसता | ११. अच्छे दिन आ गए हैं | १२. अगर -मगर करने की |
उत्तर - १. आँखें फेर लेते हैं | २. आटे - दाल का भाव मालूम होगा | ३. अंधे की लकड़ी है | ४. आसमान सिर पर उठा लिया | ५. अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मार ली | ६. ईद का चाँद हो गए हो , ७. ईंट से ईंट बजा दी | ८. उलटी गंगा बहा दी | ९. उलटी-सीधी सुनाने लगा १०. उल्लू बनाकर रुपए ११. उन्नीस -बीस का अंतर है | १२. एड़ी चोटी का जोर लगा दिया |
उत्तर - १. घोड़े बेचकर सोए हुए हो | २. गागर में सागर भरा ३. घड़ों पानी पड़ गया | ४. कलेजे पर क्यों साँप लोटने लगा ? ५. काला अक्षर भैंस बराबर है | ६. खाला जी का घर नहीं है | ७. गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई | ८. इति श्री कर दो | ९. कमर कस लो १०. काफूर हो गया | ११. कोल्हू का बैल है | १२. काम आए |
उत्तर - १. लुटिया डुबाना स्वाभाविक है | २. विष घोल दिया ३. पेट में तो चूहे कूद | ४. मुँह फुलाकर बैठ | ५. पोल खोलना | ६. मुँह तोड़ उत्तर दिया | ७. बछिया का ताऊ है | ८. मुँह उतर गया | ९. बन्दर घुड़की | १०. माथा ठनक गया | ११. बांछें खिल गयीं | १२. बाग़ बाग़ हो गए |
उत्तर - १. उंगुली उठाने से | २. छाती पर साँप लोट गया | ३. हवा का रुख पहचान कर ही | ४. सब्ज़ बाग़ दिखाकर | ५. हुक्का पानी बंद कर दिया | ६. सिर आँखों पर बिठा लिया | ७. सिर पर चढ़ा रखा | ८. दुम दबाकर भाग गया | ९. हाथों -हाथ बिक गया | १०. के सिर पर क्रिकेट का भूत सवार है | ११. हवाई किले बनाने वाले नहीं | १२. हवा लग गई |
उत्तर - १. अंक में भर लिया | २. अंटी मारते हैं | ३.अंगारों पर पैर ४. अंगारों पर लोट ने लगा | ५. अँचरा पसारती हूँ ६. अंगार बनो कि
उत्तर - ७. अण्ड -बंड कहे जा | ८. अंधाधुंध लुटाता है ? ९. अंधा बनने से १०. अंधा बना दिया था | ११. अंधे हो गए १२. अंधेर नगरी
उत्तर - १. अकेला दम २. अक्ल की दुम ३. अगले ज़माने के आदमी को ४. अड़ियल टटटू है ५. अढ़ाई दिन की हुकूमत
उत्तर - ६. अन्न -जल उठ गया है ७. अन्न -जल तो ८. अन्न लग गया है ९. अपना किया पाओ १०. अपने पैरों पर खड़ा होना ११. अब -तब १२. अब -तब हो |
उत्तर - १. आंच न आने २. आठ -आठ आँसू रोने ३. आसन डोल ४. आसमान टूट पड़ा है कि ५. उगल दी ६. उठा न रखूँगा ७. उड़ती चिड़िया के पर पहचान लेता |
उत्तर - ८. एक लाठी से सबको हाँकते हैं ९. एक आँख से देखना नहीं है १०. कल पड़ी ११. किरकिरा हो गया १२. किस मर्ज की दवा हो ?
उत्तर - १. कोसों दूर भागता हूँ २. खेल खेलाते हैं ३. खेत रहना या आना तो क्या ? ४. किताबी कीड़ा होना नहीं ५. कलम तोड़ दी ६. ख़ाक छानते हैं ७. कागज काला करने
उत्तर -८. किस खेत की मूली हो ? ९ कुआँ खोदता है १०. कुत्ते की मौत मरे ११. खाक छानता रहा १२. कागजी घोड़े दौड़ाना छोड़ो
उत्तर - १. गिन गिन कर पैर क्या २. गुस्सा पीकर ३. गला छूटता ४. घर का न घाट का हो गया है ५. गूलर का फूल ६. गाँठ बाँध लो ७. गुदड़ी का लाल ८. घर बसाया |
उत्तर - ९. गाँठ का पूरा जिए १०. घात लगाए था ११. चल बसा १२. चार दिन की चाँदनी रहा |
उत्तर - १. चींटी के पर लगना ही २. चूं तक न की ३. जहर उगलने के सिवा ४. चादर से बाहर पैर पसारना ५ . चाँद पर थूका जाता है ५. चिराग तले अंधेरा ही ७. चूड़ियाँ पहन ८. छप्पर फाड़कर देता
उत्तर - ९. छक्के छूट चुके १०. जल -भुन कर ख़ाक हुए ११. चंडू खाने की गप का १२. जीती मक्खी निगली नहीं |
उत्तर - १. जूते चाटते २. ज़मीन पर पैर नहीं पड़ रहे ३. जान पर खेल कर भी ४. टका सा मुँह लेकर रह गया ५. टाँग अड़ाते हो ६. ज़मीन पर पैर नहीं पड़ते ७. आपकी ही तूती बोल रही है ८. तोते की तरह आंखें फेर ही ९. तीन तेरह १०. दौड़ -धूप नहीं करता ११. दो कौड़ी की बात करते हो १२. दिन -दूना रात चौगुना |
उत्तर - १. दो टूक बात २. दो दिन का मेहमान है ३. दूध के दाँत भी नहीं टूटे हैं ४. निन्यानबे के फेर में ५. न इधर का रहा , न उधर का ६. नाच नचाना ठीक ७. पेट में चूहे कूद रहे हैं ८. पट्टी पढ़ाई है ९. पहाड़ टूट पड़ा है १०. पौ बारह हो रहे हैं ११. पगड़ी रख १२. फलो -फूलो |
उत्तर - १. बरस पड़ा २. बाँसों उछल रहा है ३. बाजी ले गया ४. बाजार गर्म है ५. बाँछे खिली हुई ६. भाड़े के ट्टटू ७. भीगी बिल्ली ८. मक्खी मार ९. मैदान मारा १०. मोटा आसामी ११. मुट्ठी गर्म करो १२. रंग जमा |
उत्तर - १. बट्टा लगा २. रंग लाएगा ३. रंग बदल ४ . रास्ता देखता रहा ५. रोंगटे खड़े हो गए ६. लेने के देने न पड़ ७. सफेद झूठ ८. वह सर्द हो गया ९. साँप छछून्दर की हालत हो गई है १०. सिक्का जमा ११. सवा सोलह आने सही १२. हाथ -पैर मारता |
उत्तर -१. हाथ के तोते उड़ गए २. हथियार डाल दिए ३. हाथ मलते ४. आँखें चार होती हैं ५. आँखें मूँद ६. आँखें फेरने ७. आँखों में खून उतर ८. आँखों में गड़ ९. आँखें चुरा ली १०. आँख मारकर ११. आँखों का काँटा हो १२. कान खोल |
उत्तर - १. कान खड़े हो गए २. कान फूँके ३. कान देने ४. कान भरते हो ५. कान में तेल डालकर ६. कान लगाओ ७. नाक कट गई ८. नाक काट ९. नाक भौं मत चढ़ाओ १०. नाक में दम कर ११. नाक का बाल १२. नाक रगड़ी |
उत्तर - १. नाक में मक्खी नहीं बैठने दी २. मुँह छिपाए ३. मुँह पकड़ ४. मुँह की खानी ५. मुँह दिखाने के ६. मुँह उतर ७. दाँत दिखा रहे ८. दाँत की काटी रोटी ९. दाँत गिनना १०. बात का धनी ११. बात की बात में १२. बात चलाइए |
उत्तर - १. बात तक न पूछी २. बात बढ़ाने से ३. बात बनाने से ४. सिर उठाता ५.सिर भारी हो ६. सिर पर सवार ७. सिर से पैर तक ८. सिर पीटता ९. सिर पर भूत सवार हो गया १०. सिर फिर गया ११. सिर चढ़ाना १२. गर्दन उठाना |
उत्तर - १. गर्दन पर सवार होते २. गर्दन काटने ३. आगे नाथ न पीछे पगहा ४. ओखली में सिर दिया तो मूसलों से क्या डर ५. घर का जोगी जोगड़ा , आन गाँव का सिद्ध |
उत्तर - १. श्री गणेश किया है २. हवा से बातें करने लगे हैं ३. हाथ पैर मारे ४. हाथ पाँव फूल गए ५. कल्पना मिट्टी में मिल गई ६. जी जान से काम ७. शतरंज की चाल चली ८. काल आ ९. कुछ कसर उठा न रखी १०. डूब गया ११. अवाक रह गया १२. दिमाग चाटा |
उत्तर - १. नाच ने जाने आँगन टेढ़ा २. नौ नकद न तेरह उधार ३. पाँचों उंगुलियाँ घी में हैं ४. बन्दर न जाने अदरक का स्वाद ५. भागते भूत की लंगोटी भली ६. मन चंगा तो कटौती में गंगा ७. मान न मान मैं तेरा मेहमान ८. हाथी के दाँत खाने के और दिखाने के और ९. लातों के भूत बातों से नहीं मानते १०. साँप मरे लाठी न टूटे |
उत्तर - ११. सावन हरे न भादों सूखे १२. सौ सुनार की एक लुहार की १३. होनहार बिरवान के होत चीकने पात १४. मुँह में राम बगल में छुरी हैं १५. हाथ कंगन को आरसी क्या
उत्तर - १. खून पसीना एक करके २. खून घूँट पीकर रह गए ३. गड़े मुर्दे उखाड़ ४. गागर में सागर ५. गुड़ गोबर ६. गाल बजाता ७. गिरगिट की तरह रंग बदलते ८. घड़ों पानी पड़ ९. घी के दिए जलाए १०. घोड़े बेचकर सो गया ११. चुल्लू भर पानी में डूब मर जाना १२. चार चाँद लगा |
उत्तर - १. चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगीं २. छक्के छुड़ा ३. छठी का दूध याद आ ४. जान के लाले पड़ ५. टका -सा जवाब दे दिया ६. तिल का ताड़ बना कर ७. दाँत खट्टे कर दिए | ८. दाँतों तले उंगलियाँ दबा लेते हैं ९. दाल में कुछ काला है १०. दाल न गलेगी ११. धज्जियाँ उड़ा दीं १२. नमक -मिर्च |
१. नाकों चने चबवा दिए २. नौ दो ग्यारह हो ३. पत्थर की लकीर था ४. पगड़ी नहीं उछालनी ५. पापड़ बेलते ६. पानी -पानी हो गया ७. पाँचों उंगुलियाँ घी में हैं ८. फूँक फूँक कर कदम रखो ९. फूले न समाए १०. बाल की खाल निकाला ११. बाल बाँका न १२. भीगी बिल्ली बन |
उत्तर - १. बाएँ हाथ का खेल है २. माथा ठनका ३. मुँह में पानी भर आया ४. रंग में भंग पड़ गया ५. रंगा सियार है ६. राई का पहाड़ बना ७. लकीर का फकीर हैं ८. लहू का घूँट पीकर रह गया ९.लाल पीला हो गया १०. लेने के देने पड़ जाते हैं ११. लोहा मानता था १२. लोहा लिया |
उत्तर - १. श्रीगणेश किया है २. हवा से बातें करने लगे ३. हाथ -पैर मारे ४. हाथ पाँव फूल गए
उत्तर - ५ . कल्पना मिट्टी में मिल गई ६ . जी जान से काम ७ . शतरंज की चालें चलीं ८ . काल आ ९ . कुछ कसर न उठा रखी १० . डूब गया ११. अवाक रह गया १२. दिमाग चाटा |
१. क़तर ब्योंत करते हैं २. पिंड छुड़ाया ३. पेट बाँध कर सोना पड़ेगा ४. रफू चक्कर हो गया ५. झख मारते रहते हो ६ . तोबा करो ७. धता बना दिया ८. पर्दाफाश हो ९. लल्लो चप्पो १०. सठिया गया है ११. सब्ज बाग़ दिखाए १२. मात दी
उत्तर - १. बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद २. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता ३. अधजल गगरी छलकत जाए ४. अब पछताए क्या होत जब चिड़ियाँ चुग गईं खेत ५. अंधों में काना राजा ६. आँख के अंधे नाम नयनसुख ७. आम के आम गुठलियों के दाम ८. आ बैल मुझे मार ९. उलटा चोर कोतवाल को डाँटे १०. ऊँची दूकान फीके पकवान
उत्तर - ११. एक अनार सौ बीमार १२. एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा |
उत्तर - १. एक पंथ दो काज २. कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली ३. का वर्षा जब कृषि सुखाने ४. कोयले की दलाली में मुँह काला ५. खोदा पहाड़ निकली चुहिया ६. खरबूजे को देखकर खरबूजा भी रंग बदलता है ७. घर का भेदी लंका ढाए ८. चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए ९. चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात
उत्तर - १० . चिराग तले अंधेरा ११ . चोर की दाढ़ी में तिनका १२. जिसकी लाठी उसकी भैंस |
१. जो गरजते हैं वो बरसते नहीं २. जल में रहकर मगर से बैर ३. डूबते को तिनके का सहारा बहुत होता है ४. तेते पाँव पसारिये जेती लम्बी सौर ५. थोथा चना बाजे घना ६. दूध का दूध पानी का पानी हो जाए ७. दूर के ढोल सुहावने ही ८. दूध का जला छाछ भी फूँक फूँक कर पीता है |
उत्तर - ९. धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का १०. न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी ११. न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी १२. नाम बड़े और दर्शन छोटे |
उत्तर - १. अपने पुत्र को चोरी करते देख माँ की आँखें उगलने लगीं |
२. देर से घर पहुँचने पर पिताजी मेरे पर लाल पीला हो गए |
३. अपना अपमान सबके सामने होते देख मेरा खून खौल उठा |
४. माँ ने जब काम करने को कहा तो मैंने अंगूठा दिखा दिया |
५. पिताजी ने मुझे बाजार जाकर डबलरोटी लाने को कहा मैं अगर -मगर कर वहाँ से भाग गया |
६. उसकी अक्ल भ्रष्ट हो गई है क्यों उस पहलवान से लड़ाई मोल ले रहा है |
७. क्या तुम्हारी अक्ल पर पत्थर पड़े हैं जो परीक्षा में नकल करने की सोच रहे हो ?
८. पैसा आते ही उसने दोस्तों से आँखें फेर ली हैं |
९. तुम कब अपने मुँह मियाँ मिटठू बनने की आदत छोड़ोगे ?
१०. चोर पुलिस को चकमा देकर भाग गया |
११. जब देखो वह अपनी बड़ी गाडी की डींग मारती है |
१२. सबके सामने चोरी पकडे जाने पर वह सबकी आँखों से गिर गया |
१३. माता-पिता से अलग होने पर ही तुम्हें आटे -दाल का भाव मालुम होगा |
१४. अब जाकर तुम्हारी आंखें खुलीं हैं जब तुमने अपना सब कुछ गँवा दिया |
१५. राजा पुरु ने मुगल राज्य की ईंट से ईंट बजा दी |
१६. पुत्र ने जुए में हारकर पिता का सारा रुपया -पैसा चौपट कर दिया |
१७. क्रिकेट में भारत ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए |
१८. भारतीय सैनिक सिर पर कफन बाँध कर देश की रक्षा करते हैं |
१९. सिपाही जलते हुए घर से अपनी जान हथेली पर रख कर बच्चे को बचा लाया |
२०. माँ हर बच्चे से उम्मीद रखती है कि वह तारे तोड़ लाने वाला काम कर उसका नाम रोशन करे |
२१. परीक्षा में फेल होने पर सभी की उम्मीदों पर घड़ों पानी फिर गया |
२२. चोरी करते हुए पकडे जाने पर वह पानी -पानी हो गया |
२३. किसान खून पसीना एक कर खेत में काम करते हैं |
२४. पहलवान ने उसे इतना मारा कि उसे छठी का दूध याद आ गया |
२५. इतनी सीढ़ियाँ चढ़नी हैं , अरे मुझे तो नानी याद आ गई |
२६. हर संतान अपने परिवार के अंधेरे घर का उजाला होती है |
२७. श्रवण कुमार अपने माता -पिता की अंधे की लकड़ी था |
२८. उसने एड़ी चोटी का पसीना एक कर यह सब हासिल किया है |
२९. डाकिया कोल्हू के बैल की तरह दिन -रात काम करता है |
३०. मैंने आकाश पाताल एक करके यह परीक्षा उत्तीर्ण की है |
३१. साँप सामने देखकर उसके हाथ पाँव फूल गए |
३२. बच्चों ने अध्यापक न होने के कारण आसमान सिर पर उठा रखा है |
३३. बहादुर युद्धभूमि में पीठ नहीं दिखाते |
३४. लॉटरी लग जाने पर वह आसमान पर चढ़ गया है |
३५. नया घर लेने पर वह तो डींग हाँकता फिरता है |
३६. अफसर बन जाने पर वह आसमान से बातें कर रहा है |
३७. नई कार मिलने पर मैं लटटू हो गई |
३८. डरना क्या ? अब लोहा लेकर अपनी ताकत बताओ |
३९. अचानक ही चीन ने जब धावा बोला तो भारतीयों ने उनसे जमकर लड़ाई की |
४०. माँ को देखकर मैं फूली न समाई |
उत्तर - १. कड़कड़ाती बिजली देखकर मेरा कलेजा दहेल गया |
२. शेर को सामने देख कर मेरा रक्त सूख गया |
३. पिता की मृत्यु पर वह फूट -फूट कर रोया |
४. नौकरी पाने के लिए वह हाथ -पैर मार रहा है |
५. सबके सामने अपमानित होने पर वह लहू का घूँट पीकर रह गया |
६. अध्यापक से डाँट खाने पर वह मन मसोस कर रह गया |
७. तुम तो निरे चिकने घड़े हो , तुम पर किसी की बात का असर नहीं होता |
८. रानी किताबी कीड़ा है , जब देखो तब किताबें ही पढ़ती रहती है |
९. शादी के बाद मुझे अपनी खिचड़ी अलग पकानी पड़ेगी |
१०. यह तो जादूगर के बाएं हाथ का खेल है |
११. जोर से पेट में चूहे कूद रहे हैं , जल्दी से खाना दो माँ !
१२. अरे , क्या हवाई किले बना रहा है ? सुनता क्यों नहीं ?
१३. छोटे बच्चे को रस्सी पर चलते देख मैंने दाँत तले उंगुली दबा ली |
१४. उसकी गवाही से सब दूध का दूध पानी का पानी हो गया |
१५. चीन के भारतीयों के सामने छक्के छूट गए |
१६. सब कुछ हार जाने पर क्लर्क की नौकरी मानो डूबते को तिनके का सहारा है |
१७. जले पर नमक मत छिड़को , मैं वैसे ही परेशान हूँ |
१८. हाथी के लिए दो केले ऐसे हैं जैसे ऊँट के मुँह में जीरा |
१९. अचानक ही डाकुओं ने हवेली पर धावा बोल दिया |
२०. बड़ों की आदत होती है , वे हमेशा गड़े मुर्दे उखाड़ते हैं |
२१. पहाड़ से गिरने पर भी प्रह्लाद का बाल बांका न हुआ |
२२. अक्सर ग्रामीण काला अक्षर भैंस बराबर होते हैं |
२३. तुमने ही माँ के कान भरे हैं वरना वे मुझे नहीं डांटतीं |
२४. अरे तुम तो ईद का चाँद हो गए हो , कहाँ रहते हो ?
२५. पाकिस्तान को भारतीयों के सामने हथियार डालने ही पड़े |
२६. रामचंद्र जी के अयोध्या लौटने पर सबने घी के दिए जलाए |
२७. तुम बाज़ार जाते वक्त बाग की सैर भी कर आना - एक पंथ दो काज |
२८. मैं उसे सत्य बताकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं मारने वाली |
२९. आज जाकर उसकी आँखें खुली हैं और उसने उससे दोस्ती छोड़ दी |
३०. मिठाई देखते ही मेरे मुँह में पानी भर आया |
३१. थोड़ी सी आहट पर ही कुत्ते के कान खड़े हो गए |
३२. कई लोग छोटी सी बात पर राई का पहाड़ बना देते हैं |
३३. उसके सिर पर डॉक्टर बनने का भूत सवार है |
३४. राणा प्रताप ने मुगलों को मुँह तोड़ जवाब दिया |
३५. आज वह दुर्घटना से बाल-बाल बचा है |
३६. सब कुछ लुट जाने पर वह अब तो ठन -ठन गोपाल हो गया है |
३७. तुमने उसका लोहा मानकर समझदारी का काम किया है |
३८. उसने उसे सच बचाकर आ बैल मुझे मार वाला काम किया है |
३९. तुम क्यों आगे कुँआ पीछे खाई वाला काम करते हो जिससे निकल ही न सको ?
४०. एक ज़माना था जब वह गाँव में अंधों में काना राजा था , अब तो बात ही अलग है |
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ReplyDeleteI must thank you for these worksheets.. what a treasure trove ! many thanks, I am downloading for using for my daughter :)
ReplyDeleteThank you Meenal Ji
ReplyDeletewww.nishaetutor.com
ReplyDeleteExtremely helpful
ReplyDeleteHelpful , but their should be answers also .
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