Saturday, April 16, 2016

Picture Reading Cards as comprehension and paragraph writing with the help of pictures Work Sheets for the classes 3 and 4 with SOLUTIONS/ANSWERS

मैं वैली स्कूल  में पढ़ाती हूँ । यहाँ पर मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की कक्षाएँ लेती हूँ । वैली स्कूल में हम पाठ्य पुस्तक का प्रयोग न कर विभिन्न साधनों का प्रयोग कर विभिन्न विषय छात्र-छात्राओं को सिखाते हैं । इसलिए व्याकरण के मुद्दों को सिखाने के लिए हम विभिन्न स्रोतों से सामग्री संकलित करते हैं जिससे छात्र -छात्राएं विषय को अच्छी तरह से समझ सकें । इस ब्लॉग में प्रकाशित कार्य - पत्रिकाएं  और अभ्यास -पत्रिकाएं विभिन्न पाठ्य -पुस्तकों, व्याकरण पुस्तकों और रचनात्मक पुस्तकों  से एकत्रित की गई हैं । यहाँ मैं इस सामग्री को शीर्षक के अनुसार और प्रत्येक कक्षा के स्तर के अनुरूप प्रस्तुत कर रही हूँ । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि विषय -सामग्री पर मैं अपना अधिकार नहीं जमा सकती । मैं इसे संकलित करने का दावा अवश्य कर सकती हूँ । विशेष रूप से यह कि इस विषय सामग्री को एक व्यवस्थित और संगठित ढंग से कक्षा के अनुरूप पढ़ाने और बच्चों को अच्छी तरह से समझाने का दावा कर सकती हूँ । इस विषय सामग्री को अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी छात्र-छात्राओं के साथ बांटने में मुझे बहुत ख़ुशी है और मैं सभी पुस्तकों और उन्हें लिखने वालों का शुक्रिया करती हूँ कि उन्हीं के कामों को पहले मैंने अपने अध्यापन में प्रयोग किया और अब सबके साथ इसे बांट कर मैं सभी लेखकों के काम को बहुत से लोगों तक पहुंचा रही हूँ । आशा है कि आप सब को मेरा यह प्रयत्न पसंद आएगा और सभी के लिए यह सामग्री उपयोगी सिद्ध होगी । 


उत्तर - पतंग , बन्दर , ऊँट , नम: , हंस , प्रात:काल , आँख , ताँगा , घंटा , छ : | 
चौरस , रंग , मुँह , नौवाँ , हंस , गाँव , पौधा , पंख , पाँव , लौकी , घंटा , साँप  , अजा , यज्ञ , फलत: , प्रात: | 

उत्तर - सीटी , हार , गिलास , ताला , कमल , अनार , तरकश , बुढ़िया , चील , हिरन | 
नर , फल , पिता , राम , ताला , शाम , राजा , काम , हार , आम , किसान , सियार , चिड़िया , सिर , जीजा , पीला , दीपक , पीपल , शीशी , गुरु , कुरसी , सुबह , मुरली , दुकान | 

उत्तर - १. फल और सब्जी २. हथौड़ी , काम  ३. भालू  ४. ढक्कन  ५. लाल , हरा  ६. पानी , दूध  ७. मरीज , दवाई  ८. धनुष , रावण  ९. दीवाली | 
१. कलम से हम लिखते हैं | २. खरगोश और कछुए में खरगोश तेज़ दौड़ता है | ३. गमले में हम पौधा लगाते हैं | ४. मेरे घर में माता -पिता कर मेरे भाई -बहन रहते हैं | ५. छतरी हमें बारिश और धूप से बचाने के काम आती है | ६. जग में पानी रखा जाता है | 

उत्तर - १. राम २. रमेश  ३. कमला  ४. ऊषा  ५. बतख  ६. गाय  ७. मदन  ८. तोता | 
२. कौआ  ३. मोर  ४. कोयल ४. मैना | 



१. मछली पानी में रहती है | २. चूहा बिल में रहता है | ३. शेर गुफा में रहता है | ४. मधुमक्खी छत्ते में रहती है | ५. मच्छर गंदे पानी पर रहता है | बच्चे घर में रहते हैं | 

उत्तर - चूहा - बिल में , मछली - पानी में , शेर - गुफा में , घोड़ा - अस्तबल में , बन्दर - पेड़ में , मुर्गी - दड़बे में | 

उत्तर - यह चिड़िया के अंडे हैं | यह शेर की गुफा है | इस पेड़ पर बंदर रहता है | 

उत्तर - अगर मैं मछली पकड़ूँ तो मैं खाना खा सकती हूँ | 
अगर मैं फिसल जाऊँ तो मुझे चोट लग सकती है | 
अगर मैं स्केट पहनूँ तो मैं बर्फ पर चल सकता हूँ | 
अगर बर्फ गिरती है तो मैं बर्फ की गेंद बना सकता हूँ | 
अगर मैं नाव चलाऊँ तो मैं झील पार कर सकता हूँ | 
अगर मैं दूध गिलास में डालूं तो मैं दूध पी सकता हूँ | 

उत्तर - मेरा नाम कमला है 
मैं दस साल की हूँ | 
मैं चौथी कक्षा में पढ़ती हूँ | 
मुझे बहुत -सी भाषाएँ आती हैं | 
मेरे कई भाई हैं | 
उत्तर - यह बैल है | यह ताला है | यह हाथी है | यह छाता है | यह बकरी है | यह कमीज है | यह साँप है | यह ऊन है | यह गधा है | यह केला है | यह मछली है | यह धनुष है | यह बगुला है | यह घड़ी है | यह मुर्गा है | यह अंडा है | यह शेर है | यह स्लेट है | यह कुत्ता है | 


उत्तर - १. एक दिन खरगोश और कछुआ में दौड़ लगी | २. कछुआ चलता रहा और खरगोश एक पेड़ के नीचे आराम करने बैठ गया | ३. कछुआ चलते -चलते खरगोश के सामने से गुजर गया | ४. खरगोश सोता ही रहा और कछुआ लगातार चलता रहा | ५. जब खरगोश जागा तो उसने देखा कि कछुआ तो जीत स्तम्भ के पास था | ६. अंत में कछुआ लगातार और धीरे -धीरे चलते रहने से दौड़ जीत गया | 

उत्तर - कोयल गा रही है | मोर नाच रहा है | मुर्गी चूजों को सुला रही है | लड़की नाचती है | 

कहानी का नाम - बिल्ली , चूहा और कबूतर | 
उत्तर - मछली , आइसक्रीम , सेंटाक्लॉस , खरगोश , हाथी , पेड़ | 


उत्तर - २, ३, ५ , ४ , १ | १. मछली और मगरमच्छ दोस्त बने | २. मगरमच्छ मछली को घुमाने ले जाता था | ३. एक दिन मछली का दिल मगरमच्छ खाना चाहता था | ४. मछली ने कहा कि उसका दिल तो चट्टान पर रखा है | ५. चट्टान पर पहुँचते ही मछली छुप गई और कहा कि मगरमच्छ दोस्त नहीं है , दुश्मन है
उत्तर - १. झूला चूहा झुला रहा है | २. झूले पर चुहिया बैठी है | ३. चित्र में पेड़ , बादल और घास दिख रही है | 

उत्तर - १. आँखें  २. कान  ३. थन  ४. टाँगें  ५. पूँछ  ६. खाद  ७. घास  ८. पकवान  ९. बछड़ा  १०. गऊमाता | 

उत्तर - कुत्ते , चार , दो , आँखें , पूँछ , दूध-रोटी  , रखवाली , भौंकता , बिल्ली , प्यार 
उत्तर -१.  रस्सी  २. बातें  ३. नचा  ४. सुन्दर  ५. लड़ाई  ६. खुश |  
१. भालू  २. खेलना  ३. नाचना  ४. हाथ  ५. बच्चा ६. पूँछ  ७. रस्सी  ८. सुन्दर  ९. खुश |  
उत्तर - १. मगरमच्छ मछली की ओर खाने के लिए बढ़ा | २. मछली जल्दी से जाकर छुप गई |  ३. मगर इधर -उधर मछली को ढूँढने के लिए देख रहा था |  ४. दोनों में से मछली चतुर था | ५. मछली घबरा जाती तो मगर उसे खा लेता |  
उत्तर - १. यह बगीचे का चित्र है | २. पानी तालाब में है | ३. तालाब में कमल के फूल हैं | ४. बतख पानी में तैर रही है | ५. झूले पर लड़की बैठी है | ६. दीपक आम  खा रहा है | ७. वह झूले के पास खड़ा है | ८. यह आम का पेड़ है | ९. पेड़ पर चिड़िया बैठी है | १०. पौधों पर फूल लगे हैं | ११. फूल पर तितली बैठी है | १२. बगीचा सुन्दर है |  

उत्तर - १. गाय , बिल्ली , कुत्ता , हाथी , बकरी | २. कुत्ता  ३. गाय , हाथी , बकरी  ४. कुत्ता , बिल्ली  ५. बिल्ली , गाय , बकरी और कुत्ता  ६. हाथी  ७. हाथी  ७. गाय, बकरी | 


उत्तर - १. तोता , कबूतर  , मुर्गा , मोर , कौआ  २. मोर  ३. मुर्गा  ४. तोता  ५. कौआ  ६. कबूतर  ७. मोर  ८. मुर्गा 


उत्तर - १. हवाई जहाज , रेलगाड़ी , बैलगाड़ी , साइकिल और बस  २. धरती और आकाश  ३. हवाईजहाज  ४. रेलगाड़ी  ५. रेलगाड़ी और बस  ६. हवाईजहाज , साइकिल , बस , रेलगाड़ी ७. बैलगाड़ी  ८. साइकिल 

उत्तर - कान , आँख , होंठ , सिर , हाथ , जीभ | कान -सुनना , नाक -सूँघना , पैर -चलना | सिर , आँख , हाथ , कान , नाक , होंठ , पैर | 

अनुच्छेद - क्रिसमस २५ दिसम्बर को मनाया जाता है | यह ईसाईयों का त्यौहार है | इस दिन ईसा मसीहा का जन्मदिन होता है | इसलिए ईसाई इसे बड़ी धूमधाम से मनाते हैं | ईसाई इस दिन गिरजाघर में प्रार्थना करने जाते हैं | वे अपने घरों में क्रिसमिस पेड़ को सजाते हैं | वे केक और कई तरह की मिठाइयाँ इस दिन पर बनाते हैं | सब एक दूसरे को उपहार देते हैं | माना जाता है कि सैंटा क्लॉस इस दिन लाल पोशाक पहनकर उपहार का थैला लेकर आता है और छोटे बच्चों को ये उपहार देता है | छोटे बच्चे बड़ी बेसब्री से सैंटा क्लॉस का इंतज़ार करते हैं | 
अनुच्छेद - दिवाली हिन्दुओं का त्यौहार है | यह त्यौहार कार्तिक मॉस की अमावस्या को मनाया जाता है | इस दिन से पहले सब लोग अपने -अपने घरों की सफाई करते हैं | कई लोग अपने घरों में सफेदी करते हैं |  इस दिन को मनाया जाता है क्योंकि भगवान राम १४ बरस के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे | इस कारण अयोध्यावासियों ने बड़ी धूमधाम से उनका स्वागत दीप जलाकर किया था | इस दिन हिन्दू लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं | सबके घरों में कई तरह के पकवान बनते हैं | इस दिन सब एक -दूसरे को उपहार देते हैं | बच्चे मिठाइयाँ खाकर खुश होते हैं पर सबसे ज्यादा आनंद उन्हें पटाखे फोड़ने में आता है | यह त्यौहार एकता और भाईचारे का प्रतीक है | 
उत्तर - हिन्दुओं , कार्तिक , भगवान् राम , अयोध्या , दीप , स्वागत , सफाई , पकवान , पटाखे , लक्ष्मी , उपहार , एकता , प्रेम और भाईचारे | 
  • अनुच्छेद - दशहरा हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध त्यौहार है | इस दिन रामचंद्रजी जी ने लंका के राजा रावण पर युद्ध में विजय प्राप्त की थी इसलिए इसे विजयदशमी भी कहा जाता है | ऐसा मानते हैं की अधर्म पर धर्म की विजय हुई थी | तब से आज तक यह त्यौहार हर जगह बड़ी धूमधाम से मनाते हैं | इस त्यौहार में पूरे दस दिन रामलीला का कार्यक्रम होता है जिसमें रामचंद्र जी के पूरे जीवन को नाटक के रूप में खेला जाता है | दशहरे के दिन मेला लगता है और रावण पर धनुष चलाकर राम का चरित्र खेलने वाला पात्र उसे जलाता है | इस दिन भी कई तरह के पकवान घर पर बनते हैं | लोग बड़ी ख़ुशी से रामचंद्र जी के चरित्र से शिक्षा ले अपने जीवन को सफल बनाते हैं | 


अनुच्छेद - होली हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध त्यौहार है | यह रंगों का त्यौहार है | ऐसा कहा जाता है कि राजा हिरण्यकशिपु अपने पुत्र प्रह्लाद से नाराज था क्योंकि प्रह्लाद अपने पिता से ज्यादा भगवान को मानता था जबकि हिरण्यकशिपु का कहना था कि वही भगवान् है | प्रह्लाद के द्वारा अपने पिता को भगवान न मानने के कारण उसके पिता ने उसे अनेक प्रकार से कष्ट दिए पर भगवान् विष्णु की महिमा से हर बार प्रह्लाद बच जाता था | आखिरकार हार कर हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका से कहा कि वह प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर जलती चिता में बैठ जाए क्योंकि होलिका को वरदान प्राप्त था कि उसे आग नहीं जला सकती थी | पर भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद तो बच गया पर होलिक जल कर राख हो गई |  उस दिन से ही लोग इस त्यौहार को मिल-जुलकर मनाते हैं | वे ख़ुशी से इस दिन गुलाल और अबीर से मिल -जुलकर होली खेलते हैं | यह खुशियों का त्यौहार है | जो बताता है कि अधर्म पर हमेशा धर्म की विजय होती है |  

उत्तर - ईद मुसलामानों का त्यौहार है | इस दिन मुसलमान मस्जिद जाते हैं और नमाज़ पढ़ते हैं | ईद से पहले पूरे तीस दिन लोग रोजे रखते हैं | ईद रमजान के पूरे एक महीने के बाद मनाई जाती है | इस दिन मुसलमान सेवइयां बनाते हैं | वे नए कपडे पहनते हैं | वे रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाते हैं और एक -दूसरे को गले लगाते हैं | वे एक -दूसरे को उपहार देते हैं | छोटे बच्चों को इस दिन नए कपड़ों के अलावा ईदी मिलती है | ईद के दिन मेला लगता है और लोग बड़े आनंद से इस दिन को मनाते हैं | 
अनुच्छेद - इस चित्र में एक भूरा पिल्ला है और एक लड़की है | लड़की अपने पिल्ले को बहुत प्यार करती है | वह उसे प्यार से टोनी कहती है | टोनी पिल्ला देखने में बहुत सुन्दर है | वह भोला -भाला है | लड़की उसे सुबह -शाम सैर कराने ले जाती है | लड़की को देखते ही टोनी बड़े  प्यार से अपनी पूँछ हिला ता है | कुत्ता इंसान का सबसे वफादार दोस्त होता है | 
अनुच्छेद - यह एक कक्षा का चित्र है | यह बड़ी कक्षा का चित्र है | इसमें छात्र -छात्राएँ अपनी -अपनी डेस्कों पर बैठे हैं | उनके सामने उनकी पुस्तकें पड़ी हैं | उनके सामने श्यामपट है और उनकी अध्यापिका खड़ी है | अध्यापिका के हाथ में किताब है | वह उन्हें हिंदी पढ़ा रही है | छात्र-छात्राओं में नई किताबों को पढ़ने का उत्साह है पर नए विषयों को लेकर बैचेनी है |  वे अपने बैग में पढ़ने का सब सामान रखते हैं |  पाठशाला में छात्र -छात्राएँ अपने नए दोस्त बनाते हैं |  
अनुच्छेद - फरवरी का महीना था | इस महीने में अच्छा मौसम होता है | बागों में ही नहीं हर जगह पर फूल ही फूल खिले होते हैं | एक दिन अध्यापिका ने बताया कि उन्होंने कक्षा को पिकनिक पर ले जाने का कार्यक्रम बनाया है | सब छात्र -छात्राएँ खुश हो गए | पिकनिक के दिन सब लोधी पार्क पहुँचे | पार्क में हरी घास उगी हुई थी | पौधों पर तरह -तरह के और रंग -बिरंगे फूल खिले हुए थे | फूलों पर तितलियाँ मंडरा रही थीं | फूलों की खुशबू हर जगह फैली थी |  हरी घास पर हम सब लोटपोट कर खूब खेले -कूदे | हम सब ने ज़ोर -ज़ोर से गाने गाए और नाचे | हम सब ने मिल -जुलकर खाना खाया | फिर हम सब मिल -जुलकर स्कूल वापिस आ गए | 
अनुच्छेद - इस चित्र में कमरा दिख रहा है | कमरे में एक बिस्तर है | मेज और कुर्सी दिखाई दे रही है | कमरे में एक गोल मेज पर गुलदस्ता रखा हुआ है | एक ओर कूड़ेदान भी दिख रहा है | कमरे के साथ ही स्नानगृह है जहाँ पर बच्चा बेसिन के पानी से अपने हाथ धो रहा है | हमारे जीवन में शरीर की स्वच्छता बहुत महत्त्व है | हमें हर दिन अपने कमरे और घर में झाड़ू और पौंछा लगाना चाहिए | घर की सफाई से निकले कूड़े को कूड़ेदान में फेंकना चाहिए | घर को ही नहीं घर के आस -पास की नालियों को भी साफ़ रखना चाहिए वरना रोग फैलने का डर रहता है | यदि हम शरीर की स्वच्छता का ध्यान नहीं रखेंगे तो हमें तन के रोग लग जाएंगे 
 इसलिए हमें रोज अपने दाँतों को साफ़ करना चाहिए | समय -समय पर बाल धोने चाहिए वरना जुएँ पड़ जाएंगी | समय पर अपने हाथ -पैरों के नाखूनों को काटना चाहिए वरना बड़े नाखूनों से गंदगी हमारे शरीर में जाएगी और हमें कई तरह के रोग हो सकते हैं | इसलिए शरीर के साथ -साथ अपने घर की साफ -सफाई पर हमें पूरा ध्यान देना चाहिए | 


अनुच्छेद - यदि मैं तितली होती तो हर जगह घूमती और बाग़ -बाग़ में उड़ती -फिरती |  बागों में रंग -बिरंगे फूलों पर भँवरे मंडरा रहे होते हो फूलों का रस चूस रहे थे | दिन भर मैं बागों में घूम -घूम कर मौज -मस्ती करती तो कितना मज़ा आता ! 
उत्तर - हम चिट्ठी अपने माता -पिता , भाई -बहनों को लिखते हैं | 
लेटरबक्स में हम चिट्ठी डालते हैं | 
डाकघर में हर जगह से चिट्ठियाँ आती हैं और छांटी जाती हैं | 
डाकघर से  डाकिया चिट्ठी लेकर घर -घर में बाँटता है | 
डाकघर में टिकट मिलती है जो लिफाफे पर लगाते हैं | 
लिफाफा एक रुपए का मिलता है | 
पोस्टकार्ड पहले २५ पैसे का मिलता था |  

उत्तर - बरसात में हर जगह पर पानी ही पानी दिखाई देता है | सब नाले और नालियाँ भर जाते हैं | यही नहीं नदियाँ भी पानी से भर जाती हैं | जगह - जगह पर पानी भर जाने से मक्खियाँ और मच्छर बढ़ जाते हैं | जिससे कई तरह के रोग होते हैं | बरसात से हर जगह हरियाली छा जाती है | बागों में फूल खिले दिखाई देते हैं | पत्ते ताजे और हरे दिखाई देते हैं | तालाबों के अलाव सड़कों में भी पानी भर जाता है | बच्चों को पानी में खेलने में बहुत मजा आता है | बच्चे कागज की नाव बनाकर पानी में चलाते हैं और बहुत खुश होते हैं | 
उत्तर - मुझे बरसात का मौसम अच्छा लगता है  क्योंकि हर जगह हरियाली छा जाती है | सभी जीव -जंतु ही नहीं पेड़ -पौधे भी खुश व् सजीव दिखाई देते हैं | 

उत्तर - मुझे बसंत ऋतु बहुत पसंद है | बसंत ऋतु में सुगंधित पवन बहती है | हर जगह नए पत्ते और कलियाँ खिली हुई दिखाई देती हैं | बसंत से पहले जो पेड़ सूख गए थे और उनसे पत्ते झड़ कर गिर गए थे अब वे नए व् कोमल पत्तों से भरे हुए दिखते हैं | ये नए पत्ते हल्के भूरे रंग व गुलाबी रंग के होते हैं | लगता है जैसे कि पेड़ों ने कपड़े पहन लिए हुए हैं | बागों में हर जगह रंग -बिरंगे व् तरह -तरह के फूल खिले हुए दिखते हैं | सब जगह हरियाली छाई होती है | आम के पेड़ पर नए बौर आ जाते हैं , उनकी खुशबू हर जगह फैल जाती है | कोयल की कूक सुनाई देती है | पेड़ों पर झूले पड़े दिखते हैं , बच्चे झूलों में झूल कर खुश होते हैं |

उत्तर - बसंत ऋतु में खिलने वाले फूल हैं - गुलाब , चमेली , चम्पा , गेंदा , रात की रानी | 
उत्तर - गर्मी में पीने को ठंडा पानी और शरबत अच्छा लगता है | आम का पन्ना , मीठी और नमकीन लस्सी पीने में भी मज़ा आता है | 
गर्मी में ठंडी -ठंडी चीजें खाने को मज़ा आता है | गर्मी में आम , खरबूजे और तरबूज खाने में मज़ा आता है | इन फलों से बनी  आइसक्रीम खाने में बहुत आनंद आता है | 
गर्मी में चांदनी रात में घूमने को मज़ा आता है | मैदानों में रात में आँख -मिचौनी खेलने का अपना ही अलग आनंद है | 
उत्तर - यह आइसक्रीम की दूकान है | दोनों बच्चे दुकान पर आइसक्रीम खाते हुए खुश लग रहे हैं | 
यह स्वीमिंग पुल है | स्वीमिंग पुल पर बच्चे तैरने का पूरा आनंद उठाते हैं | 
यह एक कमरे का चित्र है | एयर कंडीशनर की ठंडी हवा में कुर्सी पर बैठी हुई लड़की तरबूज खा रही है|  

उत्तर -१.  मैं जीभ से चखता हूँ |  २. मैं नाक से सूंघता हूँ | ३. वह आँखों से देखता है | ४. मेरी दो आँखें हैं | ५. दॉंतों से हम खाना चबाते हैं | ६. नाक सूँघने के काम आती है |   

उत्तर - सहेलियाँ , गुड़िया , गुड्डा , बाग , घर , पाठशाला , गुड़िया और गुड्डे , मांओं , गुड़िया , लहँगा और ओढ़नी , गुड्डे , अचकन , पगड़ी , निमंत्रण पत्र , सुबह दादी माँ फूलों मालाएँ , हलवाई , लडडू , जलेबी , चम्पा , मंजू घर , दीपक , पंडित , ढोल , चंपा , मंजू , गुड़िया और गुड्डे |  


उत्तर - १. दिशाएं चार होती हैं | २. चार दिशाएँ हैं - पूरब , पश्चिम , उत्तर और दक्षिण | ३. सूर्य पूरब दिशा से उदित होता है | ४. सूर्य पश्चिम दिशा से अस्त होता है |  ५. चित्र में बालक का मुँह पूरब दिशा की ओर है | ६. बालक के दाहिनी ओर उत्तर दिशा है | ७. बालक के बाएँ ओर दक्षिण दिशा है | ८. बालक के पीछे वाली दिशा पश्चिम है | ९. दिन में दिशाओं का पता सूरज से पता चलता है | १०. मेरे घर का मुख्य दरवाजा उत्तर दिशा में खुलता है | 

उत्तर - धोबी कपडे धो रहा है | बुढ़िया सूत कात रही है | जुलाहा कपड़े बुन रहा है | दर्जी कपडे सिल रहा है | मदन कपड़े पहन रहा है | धुनिया रुई धुन रहा है | 
सोहन , दिल्ली , मीरा , कविता , अमर , सीता ,र ऋषभ , नेहा , गुड़िया , अक्षय | 
उत्तर - १. हाँ , यह चूहा है | २. नहीं ,यह भालू नहीं बंदर है| ३. हाँ , मैं इन्हें पहचानता हूँ , ये अँगूर हैं | ४. हाँ , ये बिल्लियाँ झगड़ा कर रही हैं |  

उत्तर - १. हाथी चलते -फिरते चट्टान की तरह दिखाई देता है | २. हाथी को पानी में नहाने और खेलने का बहुत शौक है | ३. हाथी बड़े -बड़े पेड़ों को फ़ेंक देता है | ४. आदमी के लिए हाथी बड़े काम का जानवर है | ५. राजा लोग पहले इस पर सवारी करते थे |  ६. सर्कस में हाथी को करतब देखकर बहुत आश्चर्य होता है | ७. हाथी की आयु सौ वर्ष से भी अधिक होती है | 


उत्तर - १. चूहे परेशान थी क्योंकि जब भी बिल्ली भूखी होती तो किसी न किसी चूहे को खा लेती | २. चूहों ने बिल्ली से बचने के लिए उसके गले में घंटी बाँधने का उपाय सोचा | 
अगर मैं चूहा होता तो बहुत सावधान रहता और चौकन्ना रहकर बिल्ली से बच निकलता | 

उत्तर - १. शेर वृक्ष की छाया में सोया था | २. चुहिया शेर के ऊपर चढ़कर उछल -कूद करने लगी | ३. शेर चुहिया को देखकर गुस्से से आग बबूला हो गया क्योंकि उसकी आँख खुल गई थी | ४. शेर ने चुहिया को अपने पंजे में दबोच लिया और उसे मारना चाहा | 
शेर - क्यों री नन्ही चुहिया ? तूने मुझे सोते से क्यों जगाया ? अब मैं तुझे मार डालूँगा | 
चुहिया - शेर राजा, मुझे क्षमा कर दो | मुझसे भूल हो गई | कभी मैं तुम्हारे किसी काम आऊँगी | 

उत्तर - १. शेर जाल में फंसने पर दहाड़ा , छटपटाया पर वह जाल से निकल न सका | २. शेर जब दहाड़ रहा था तब चुहिया अपनी बिल में थी | ३. चुहिया ने शेर के लिए अपने तेज़ दाँतों से जाल को काट दिया और शेर को जाल से मुक्त कर दिया | 
चुहिया - तुम्हें क्या हो गया शेर राजा ? दहाड़ क्यों रहे हो ? 
शेर - तू देख नहीं रही है कि मैं जाल में फँस गया हूँ | 
चुहिया - घबराओ नहीं शेर राजा | मैं तुम्हें जाल से मुक्त कर सकती हूँ | 


उत्तर - एक जंगल में दो बकरियाँ रहती थीं | मैदान के बीचों बीच एक छोटा -सा लकड़ी का पुल था| पुल काफी संकरा था | दोनों बकरियाँ लड़ने लगीं | पुल टूटकर नदी में गिर गया और साथ दोनों बकरियाँ भी | 
दोनों पहलवान आमने -सामने खड़े थे | 
मैदान के बीचों -बीच सभी बच्चे जमा हो गए |  
उत्तर - १. रामू ने क्या खाया और क्या सड़क में फेंक दिया ? 
रामू ने केला खाया और उसका छिलका सड़क में फेंक दिया | 
२. किसका पैर छिलके पर पड़ा ? 
बूढ़े आदमी का पैर छिलके पर पड़ा | 
३. लोग बूढ़े को कहाँ ले गए और क्यों ?
बूढ़े को लोग अस्पताल ले गए क्योंकि छिलके से फिसलने पर उसके सिर से खून बह रहा था | 

उत्तर - १. माँस का टुकड़ा  २ परछाई  ३. सरोवर  ४. पछतावे 

उत्तर - १. तालाब में एक मेंढक रहता था | २. मेंढ़क को देखते ही कौए के मुँह में पानी भर आया क्योंकि उसने ऐसा मजेदार खाना नहीं खाया था | ३. मेंढ़क टर्र टर्र करता है | ४. इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें अपना काम सोच -समझकर करना चाहिए |  
उत्तर - पेड़ , गिलहरी , चूहा , शेर , चूहा , गिलहरी , शेर , शेर ,शेर , चूहा , गिलहरी , चूहा , गिलहरी |
 १. पीपल के पेड़ पर गिलहरी है | २. बिल में चूहा है | ३. पेड़ के नीचे शेर सोया है | ४. दोनों डर गए क्योंकि दोनों ने पेड़ के नीचे शेर को सोए हुए देखा | ५. बाहर आकर दोनों शेर की पीठ पर चढ़ गए और खेलने लगे | ६. जब शेर ने आँखें खोलीं तो चूहा डर कर बिल में घुस गया और गिलहरी झटपट पेड़ की ऊँची डाल पर चढ़ गई |  


उत्तर - १. गन्ना और पेड़ की पत्तियाँ  २. दस -बारह फुट  ३. बड़ा और मोटा  ४. पंखे जैसे  ५. बहुत कीमती 
अंदर - बाहर , छोटी -बड़ी , पतली - मोटी , लम्बाई - चौड़ाई , जंगली - पालतू | 

उत्तर - उनका भोजन - चावल , मछली , सोयाबीन का सूप , हरी चाय , पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन | 
उनका पहनावा - किमोनो , हाथ में छोटा -सा पंखा लेते हैं | 

उत्तर - सुथरा और सुन्दर , खिड़कियाँ और दरवाजे , हवा और रौशनी , आते -जाते | 

उत्तर - १. मेरा घर जे. पी. नगर , बेंगलुरु में है | २. मेरे घर में चार लोग रहते हैं | ३. मेरा एक भाई और एक बहिन है | ४. मेरे घर का दरवाजा उत्तर दिशा में है | ५. मेरे घर के पास मुख्य सड़क और पाँच बगीचे हैं | 

उत्तर - १. गर्मी के मौसम में लोग अधिकतर पहाड़ों में घूमने जाते हैं | २. इस गद्यांश का नया शीर्षक है - पहाड़ की सैर | 

उत्तर - हवा ठंडी , बच्चे खुश ,  हरी घास , बर्फ सफेद | 
गर्मियों में हम अपने माता -पिता के साथ ऊटी घूमने गए थे | ऊटी में बर्फ नहीं गिरती पर मौसम बहुत सुहावना होता है | हर जगह चाय के बाग़ नज़र आते हैं |  

उत्तर - १. गुब्बारे  २. जन्मदिन , मेले , स्वतंत्रता दिवस , गणतंत्र दिवस |  ३. माता जी , पिता जी , चाचा जी , दादा जी  ४. पीला , लाल , हरा , नारंगी | 
उत्तर - आलू -भूरा , बैंगन -बैंगनी , टमाटर -लाल , पालक - हरी | 
उत्तर - आलू , भिंडी , फूल गोभी , पालक | 
उत्तर - १. टिक -टिक  २. समय देखने और समय पर काम करने के लिए स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए घड़ी काम आती है | 
उत्तर - छ : , तीन , एक | 
उत्तर - १. सर्दी के मौसम में हम मोटे , गर्म और ऊनी कपडे पहनते हैं ताकि हमें ठंड न लगे | २. सर्दी के मौसम में हमें गर्म -गर्म दूध, हारलिक्स , चॉकलेट पीना अच्छा लगता है | 









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