मैं वैली स्कूल में पढ़ाती हूँ
। यहाँ पर मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की कक्षाएँ लेती हूँ । वैली स्कूल में हम पाठ्य
पुस्तक का प्रयोग न कर विभिन्न साधनों का प्रयोग कर विभिन्न विषय छात्र-छात्राओं को
सिखाते हैं । इसलिए व्याकरण के मुद्दों को सिखाने के लिए हम विभिन्न स्रोतों से सामग्री
संकलित करते हैं जिससे छात्र -छात्राएं विषय को अच्छी तरह से समझ सकें । इस ब्लॉग में
प्रकाशित कार्य - पत्रिकाएं और अभ्यास -पत्रिकाएं
विभिन्न पाठ्य -पुस्तकों, व्याकरण पुस्तकों और रचनात्मक पुस्तकों से एकत्रित की गई हैं । यहाँ मैं इस सामग्री को
शीर्षक के अनुसार और प्रत्येक कक्षा के स्तर के अनुरूप प्रस्तुत कर रही हूँ । इस प्रकार
यह स्पष्ट है कि विषय -सामग्री पर मैं अपना अधिकार नहीं जमा सकती । मैं इसे संकलित
करने का दावा अवश्य कर सकती हूँ । विशेष रूप से यह कि इस विषय सामग्री को एक व्यवस्थित
और संगठित ढंग से कक्षा के अनुरूप पढ़ाने और बच्चों को अच्छी तरह से समझाने का दावा
कर सकती हूँ । इस विषय सामग्री को अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी छात्र-छात्राओं
के साथ बांटने में मुझे बहुत ख़ुशी है और मैं सभी पुस्तकों और उन्हें लिखने वालों का
शुक्रिया करती हूँ कि उन्हीं के कामों को पहले मैंने अपने अध्यापन में प्रयोग किया
और अब सबके साथ इसे बांट कर मैं सभी लेखकों के काम को बहुत से लोगों तक पहुंचा रही
हूँ । आशा है कि आप सब को मेरा यह प्रयत्न पसंद आएगा और सभी के लिए यह सामग्री उपयोगी
सिद्ध होगी ।
कक्षा तीन और चार के लिए
उत्तर- तबले , गाजरें , मालाएँ , छाते |
उत्तर- हिरण , गिलास, सितार , चिड़िया |
उत्तर - लीची, परी , दीपक, लड़की |
उत्तर- लीचियाँ , परियाँ , लड़कियाँ , बकरियाँ |
उत्तर- पुल , कुटी , कुली , गुलाब , कछुआ |
उत्तर - छुरियाँ , चुहियाँ , बुढ़ियाँ , गुड़ियाँ , कुटियाँ |
उत्तर - आलू, चूहा, भालू, फूल , जूता |
उत्तर - भालू, चूहे , फूल , जूते |
उत्तर - केला, बेलन, भेड़ , नेवला |
उत्तर - केले, भेड़ें , नेवले, मेजें |
उत्तर - बैलून , थैला , तैराक , गवैया |
उत्तर- बैलून , थैले , तैराक, गवैये |
उत्तर - मोर , लोमड़ी , ढोलक , खरगोश |
उत्तर - ढोलकें , घोड़े, टोकरियाँ , बोतलें |
उत्तर - तौलिया, पौधा, खिलौना , कौवा |
उत्तर - तौलिये , पौधे, कौवे , खिलौने |
उत्तर - शंख , पंख, अंडा , बन्दर , जंगल , मंदिर |
उत्तर - झंडे , घंटे , पतंगें , पंख, कंघे |
उत्तर - ऊँट , साँप , कुँआ , चाँद |
उत्तर - टाँगें , बाँसुरियाँ , ताँगे , आँखें
उत्तर - खिलौने, तौलिए , पौधे | फूल , कली , पत्ता , तना , जड़ |
उत्तर - गुड़ियाँ , बुढ़ियाँ , कुटियाँ |
उत्तर - चूहे , किताबें , घोड़े , मालाएँ , पत्ते , मेज़ें , खिलौने |
उत्तर - एकवचन - तोता , बत्तख ,कलम, कुरसी | बहुवचन - लड़के , पुस्तकें , घोड़े , बस्ते |
रास्ते , सपना , पेंसिल , धागे , चाबी , पतंगें | सितारे सारे, झूला भुला , बढ़ाएँ जाएँ , कैसा जैसा , आओ जाओ|
उत्तर - सही , गलत , सही , गलत | तीन मालाएँ , एक औरत , पाँच पंख , दो पेड़ , चार चिड़ियाँ , एक गुलदस्ता | जय ने रोटियाँ खा ली हैं | खेत में एक मोर नाच रहा है | अलमारियों में साड़ियाँ रखी हुई हैं | लड़कियाँ अपनी गुड़ियों को सजा रही हैं | बच्चा सो रहा है |
उत्तर - तारा -तारे , लड़का - लड़के , पत्ती -पत्तियाँ , आँख -आँखें |
उत्तर - लड़की - लड़कियाँ , छाता -छाते , बिल्ली -बिल्लियाँ , टोपी -टोपियाँ |
लड़का -लड़के , लड़की - लड़कियाँ , फूल -फूल , पेड़ -पेड़ ,
चिड़िया -चिड़ियाँ , सूरज -सूरज , फल -फल , तना -तने ,
पहाड़ -पहाड़ , तितली -तितलियाँ , कीड़ा -कीड़े |
उत्तर - बच्चा आईस्क्रीम खा रहा है | तितली फूल पर बैठी है | लड़की चूड़ी पहन रही है | लड़का टोपी लाया | आसमान में तारा चमका |
कक्षा पाँच के लिए -
तितलियाँ , स्त्रियाँ , छुट्टियाँ , नदियाँ , राजकुमारियाँ , थैलियाँ , रानियाँ , बिल्लियाँ , लड़कियाँ , शीशियाँ , कापियाँ , शेरनियाँ , घोड़ियाँ , कलियाँ |
वधुएँ , वस्तुएँ |
उत्तर- बच्चे , लड़के , घोड़े , कुत्ते , बेटे , गधे , बकरे , कंधे , गमले , पत्ते|
बोतलें , पुस्तकें, दवातें , भैंसें , गायें |
नदियाँ बहती हैं | गायें चरती हैं | घोड़े दौड़ते हैं | लड़कियाँ पढ़ती हैं | कलियाँ खिलती हैं | बालिकाएँ खाना खाती हैं|
उत्तर - खरबूजे मेज पर रखे हैं | कौए उड़ रहे हैं | तोते पेड़ पर बैठे हैं | कुत्ते दौड़ रहे हैं | दीये जल रहे हैं | हीरे चमक रहे हैं | डिब्बे मेजों पर रखे हैं | चूहे बिलों में घुस रहे हैं | घोड़े रथ खींच रहे हैं |
बच्चा खेलता है | बालिका पढ़ती है | गाय चरती है | नदी बहती है | बालक सोता है | कली खिलती है |
ये छड़ियाँ हैं | ये अनेक अच्छी कहानियाँ हैं | ये नदियाँ तेज़ी से बहती हैं | ये कलियाँ खिल रही हैं | ये नई घड़ियाँ हैं|
उत्तर - वे मकड़ियाँ हैं | वे परियाँ हैं | वे तरकारियाँ हैं | वे दरियाँ हैं | वे मछलियाँ हैं | वे रस्सियॉँ हैं | वे लकड़ियाँ हैं | वे चूड़ियाँ हैं |
अनेक चिड़ियाँ पेड़ों पर रहती थीं | उनके घोंसले जंगलों के पास थे | वे अपने बच्चों के साथ रहती थीं | अनेक शिकारी वहाँ आए | उन्होंने चिड़ियों को मारने की कोशिश की | चिड़ियाँ चालाक थीं | शिकारियों को देखकर उड़ गईं |
उत्तर - चूहे , आँखें , थैले , टोकरी , मछलियाँ , कुत्ता , बच्चे , चश्मे , रसगुल्ले , तारे , घोड़े , पेड़े , जूते , झूले , तितलियाँ , थालियाँ , मिठाइयाँ , पालकियाँ, खिड़कियाँ |
उत्तर - लड़के , बिल्ली , लड़कियाँ , किताबें , आदमी , कलम , घोड़ा , घड़े | यह , ये , वह , वे , यह , ये |
उत्तर - बहुवचन , एकवचन , बहुवचन , एकवचन , बहुवचन , एकवचन | उत्तर -साड़ियाँ, पुस्तकें , कपड़े, तितलियाँ , बक्से , पहिये , मछलियाँ , पौधे , लड़के , नदियाँ |
घड़ियाँ -बहुवचन , पतंग - एकवचन , सड़क - एकवचन , पेंसिलें - बहुवचन |
उत्तर -१. ी , ि |२. ी , ि |३. ी , ि |४. ी , ि | ५. ी , ी | ६. ि, ी | ७. ि , ी | ८. ि , ी | ९. ी , ी |
उत्तर - पुस्तकें , चूहे , गुड़ियाँ , कटोरियाँ , तख्तियाँ | स्त्री , मोटर , गाड़ी , केला , कमीज , सड़क , भेड़िया , नदी | उत्तर - बकरियाँ , लड़कियाँ , घोड़े , लड़के , पुस्तकें , कलमें , स्त्रियाँ , मुर्गे , बंदूकें , छड़ियाँ , कुर्सियाँ , फूल , मनुष्य , फौजें , नदियाँ |
उत्तर - मूलियाँ , मुर्गे , कुर्सियाँ , खिड़कियाँ , मोरनियाँ , गुड़ियाँ , पत्ते , बिल्लियाँ | एकवचन - अलमारी , ताला , पर्दा , शीशा | बहुवचन - सड़कें , पौधे , लकड़ियाँ , पिंजरे |
उत्तर - लड़के पढ़ते हैं | नदियाँ बहती हैं | गायें चरती हैं | घोड़े दौड़ते हैं | लड़कियाँ पढ़ती हैं | कलियाँ खिलती हैं | बालिकाएँ खाना खाती हैं |
कक्षा छ: के लिए
उत्तर - मुन्नियाँ , गंजियाँ , थालियाँ , कटोरियाँ , घड़ियाँ , नदियाँ , बाड़ियाँ , थैलियाँ गाड़ियाँ , झाड़ियाँ , पगडंडियाँ , हड्डियाँ , मछलियाँ | चमचे , चूहे , मुर्गे , घंटे , बगुले , बूढ़ा , काँटे , पैसे , रुपए , डंडे , टुकड़े , गेंदें , तारे , घोंसले , बच्चे , अंडे | चटाइयाँ , रसोइयाँ , मिठाइयाँ | गर्दनें , पीठें , सूंड़ें , मूँछें , भैंसें , आवाज़ें |
उत्तर - टाँगें , घासें , नींदें , शामें , मुसीबतें , जानें , चोंचें , आँखें , चीलें , डालें , जड़ें , बिलें | परीक्षाएँ , घटनाएँ , शोभाएँ | ये कलमें हैं | ये मेजें हैं | ये पंखें हैं | ये मटके हैं | ये चप्पलें हैं | ये मोज़े हैं | ये कुत्ते हैं | वे परदे हैं | वे बच्चे हैं | वे खिलौने हैं | वे केले हैं | वे गमले हैं | वे कुर्ते हैं | वे पतंगें हैं| |
उत्तर - पेड़ पर चिड़िया बैठी है | झाड़ियों में पक्षियों ने घोंसले बना रखे हैं | शिकारी ने अपनी गाडी यहाँ खड़ी की है | हमारे गाँव बहुत पिछड़े हुए हैं | नदियों का जल बहुत ठंडा है |
लौट रही थीं -भूतकाल , बेचेगा - भविष्यकाल , देखता है - वर्तमान काल , उगते हैं - वर्तमान काल , जाएँगे -भविष्यकाल | में , में | के , से | में | पर | हमारी , के , के |
उत्तर - नाव , लकड़ियाँ , नदी , कलियाँ , कन्याएँ , बकरियाँ , पत्तियां , बीमारियाँ , पहाड़ियाँ , कहानियाँ , सब्ज़ियाँ , झाड़ियाँ , कटोरियाँ , चम्मचें , गाड़ियाँ पपीते , कमरे , चूड़ियाँ , कॉपियाँ , खरबूजे , सेनाएँ , भैंसें , रीतियाँ , बेटियाँ , माताएँ , ऋतुएँ , कमेटियाँ , बहनें , लालटेनें , गधे , घोड़े , कुटियाँ , चारपाइयाँ |
उत्तर - बच्चे पतंगें उड़ा रहे हैं | टोकरियों में टमाटर रखे हैं | सड़कों पर बसें जा रही हैं | क्यारियों में छोटे पौधे लगे हुए हैं | फूलों पर भौंरें मँडरा रहे हैं | बागों में आमों के पेड़ हैं |
अनेक जंगलों में अनेक बाघ रहते थे | बूढ़े होने के कारण वे शिकार नहीं कर सकते थे | उन्होंने अनेक तरीके सोचे | वे अनेक सोने के कंगन और अनेक मालाएँ लेकर तालाबों के किनारे बैठ गए | अनेक आदमी वहाँ से गुज़र रहे थे | वे उनसे बोले ," तुम हमसे ये कंगन ले जाओ, हमें अब इनकी ज़रूरत नहीं है |" पर बाघ होने के कारण उन्होंने उन पर विश्वास नहीं किया |
उत्तर - शेर , पक्षी , पेड़ , खेत , मोर | शेर , शेरों | पक्षी , पक्षियों | पेड़ , पेड़ों | मोर , मोरों |
उत्तर - घोड़ा - एकवचन , खिड़कियाँ - बहुवचन , कविताएँ - बहुवचन , मशीन-एकवचन , कुत्ते - बहुवचन | ताले , दीवारें , छात्रा , रातें, आँखें , पंक्ति , रेखा , साड़ी , लताएँ , खिड़कियाँ | सेना , नारी , चिड़िया , दीवार |
उत्तर - दरवाजे , गेंदें, झूले , रानियाँ , मक्खियाँ , तिथियाँ | आँखें खुली हैं | छात्राएँ चली गईं | मक्खियाँ उड़ गईं | उनके बेटे बाज़ार गए हैं | मिठाइयाँ अच्छी हैं | ताले , सेनाएँ , पंखें , साडी , मछलियाँ , चूहे , दरवाजे |
उत्तर- एकवचन - गेंद , बेल , तितली , कुर्सी , वधू , बूँद | बहुवचन - चिड़ियाँ , बेटे , कुत्ते , बच्चे , बातें , मालाएँ |
कलम , आँखें , रस्सी , कपडे , गुड़िया , गाड़ियाँ |
माँ ने कपड़े खरीदे | बच्चा हँस रहा है | कुत्ता भौंकने लगा | नीतू ने गुड़ियाँ खरीदीं | मेरी वस्तुओं को हाथ मत लगाओ | प्रभु राम ने माताओं को प्रणाम किया | पिताजी ने कुर्सियाँ खरीदीं | सेना युद्ध के मैदान में खड़ी है | तितलियाँ फूलों पर मंडरा रही हैं | महिला उस तरफ खड़ी है |
वह सच्चा है | वे झूठे हैं | दादी जी सब्ज़ी ले आईं | नदियों का जल सूख गया है | हाथी भाग गया | मोर नाच रहे हैं | मेरे जूते फट गए हैं | अब अधिक बात मत करो | रोटी पक गई है | उसने मेरे लिए मालाएँ तैयार कीं |
उत्तर - किताबें , छात्र , गाड़ियाँ , खिड़की , घड़ी , गाडी |
मित्र , वे , उनको , शिक्षाएँ , झोंपड़ियों में , बच्चे , सेवकों को , दिन , उन्हें , पैरों में
उत्तर - बकरियाँ चर रही हैं | स्त्री जा रही है | दस लड़कों ने पूड़ियाँ खाईं |
लड़की पढ़ रही है | पक्षी गा रही हैं | सही | सही |
उत्तर - मुर्गा दाना चुग रहा है | (एकवचन ) , सही, फूल खिल रहे हैं |(बहुवचन )
उत्तर - औरत गाना गा रही है | आदमी बैठा है | गाय दूध देती है | बच्चा कहानी सुन रहा है | बच्चा खेल रहा है |
उत्तर - बकरियाँ घास खाती हैं | स्त्रियाँ कपडे धो रही हैं | लड़कियों ने पुस्तकें खरीदीं | शेरों ने हिरणों को मार दिया | मेरी कमीजें फट गई हैं / हमारी कमीज/कमीजें फट गई/गईं | मोर नाच रहे हैं | कबूतर उड़ गए | मेरी अंगुलियों में दर्द है /हमारी अंगुली/अंगुलियों में दर्द है | ये चूहों की बिलें हैं | मिठाइयों की दुकानें लग गईं | दरवाजे खुल गए |
उत्तर - गधे रेंक रहे हैं | लड़कियाँ गए रही हैं | भालू नाच रहे हैं | बत्तखें तैर रही हैं | लोमड़ियाँ भाग रही हैं | बंदर बैठे हैं | घंटियाँ बज रही हैं | मेजों पर पुस्तकें रखी हैं |
कक्षा सात के लिए -
उत्तर - दवाइयाँ , धातुएँ , वस्तुएँ , कन्याएँ , तिथियाँ | एकवचन - कविता , स्त्री , बुढ़िया , वधू , चुहिया | बहुवचन - भैंसें , रुपए , नारियाँ , ऋतुएँ , चाबियाँ | तराजू , गाड़ियाँ , चिड़िया , कहानी , डालियाँ नीतियाँ , नदी , कुत्ता |उत्तर - वधुएँ , मक्खियाँ , जूता , नहरें , बच्चे , किरणों , बातें | चुहिया घर में दौड़ रही है | खिड़कियाँ खुली थीं | उसकी पैंसिल टूट गई | बेटियाँ देश की शान होती हैं | बाग़ में मधुमक्खियों के कई छत्ते हैं | बिल्लियाँ आपस में लड़ने लगीं | बीत गए , आई हैं , निकल रहे थे , लाया है , लगे होते हैं , कर रहे थे , देती हैं |
उत्तर -वचन से हमें संख्या का पता चलता है | शब्द के जिस रूप से उसके एक संख्या में होने का पता चले तो उसे एक वचन कहते हैं | शब्द के जिस रूप से उसकी अनेक अथवा बहुत संख्या में होने का पता चले तो उसे बहुवचन कहते हैं |
गधे, मुरगे , झाड़ियाँ , बच्चे ,साड़ियाँ , रातें ,रोटियाँ | पत्ता , गुड़िया , अंडा , लड़का , पतंग , लता , कुत्ता , सड़क | साड़ी , झाड़ियाँ , खिलौने , चूहा , मुरगा , कपडे , पौधे |
गधे, मुरगे , झाड़ियाँ , बच्चे ,साड़ियाँ , रातें ,रोटियाँ | पत्ता , गुड़िया , अंडा , लड़का , पतंग , लता , कुत्ता , सड़क | साड़ी , झाड़ियाँ , खिलौने , चूहा , मुरगा , कपडे , पौधे |
उत्तर-ए - कपड़ा -कपडे, पंखा - पंखे , बगीचा - बगीचे , पौधा - पौधे , किनारा -किनारे , मोहल्ला -मोहल्ले , तारा-तारे |
ें -बहिन -बहिनें , मेज - मेजें , लहर -लहरें , तार -तारें , पुस्तक -पुस्तकें , ियाँ - जाति -जातियाँ , स्त्री -स्त्रियाँ , नदी -नदियाँ , बस्ती -बस्तियाँ , रस्सी -रस्सियाँ , कुर्सी -कुर्सियाँ ,गाडी -गाड़ियाँ |
ेँ - महिला -महिलाएँ , सेना-सेनाएँ , बालिका -बालिकाएँ , घोषणा -घोषणाएँ , माला -मालाएँ , वस्तु - वस्तुएँ , ऋतु -ऋतुएँ , वधू -वधुएँ |
चिड़िया -चिड़ियाँ , बुढ़िया -बुढ़ियाँ , पुड़िया -पुड़ियाँ , चुहिया -चुहियाँ , रश्मि -रश्मियाँ |
उत्तर-लिए , किए ,आए , नहाए , पिरोए | गए , खिलाई , सुनाई |
उत्तर-सखियों , सखियाँ , सखी | कुर्सी , कुर्सियाँ , कुर्सियों | किताबें , किताबों , किताब | हाथी , हाथियों , हाथी |
उत्तर - मज़दूर पेड़ के तने और डालियाँ काट रहा है | मज़दूर पेड़ के तनों और डालियों को काट रहा है | मज़दूर पेड़ की डालियाँ और तने काट रहे हैं | नौकर घर की खिड़कियाँ और दरवाज़े खोलते हैं | नौकर घरों के दरवाज़े और खिड़कियाँ खोलते हैं | माएँ प्याले और तश्तरियाँ धो रही हैं | माएँ तश्तरियाँ और प्याले धो रही हैं |
उत्तर - कुत्ते , सपेरे , पुस्तकें , केले , साड़ियाँ , अध्यापिकाएँ , कपडे , कहानियाँ , शब्दों , फूलों | दवाइयाँ , अध्यापिका , कपड़े , कहानी , बेटा | कमरों की खिड़कियाँ खोल दो | उन्होंने पुस्तकें मेजों पर रख दीं | पेड़ों की डालों पर चिड़ियाँ बैठी हैं | कवियों ने हमें अपनी कविताएँ सुनाईं | औरतें घड़े सिरों पर उठाए जा रही हैं |
उत्तर - घोड़े दौड़ रहे हैं | ऋषि जप कर रहे हैं | गुणियों की पूजा होती है | साधू सबका भला चाहते हैं | उल्लू सूर्य से घबराते हैं | पुस्तकें अच्छी हैं | बालिकाएँ खेल रही हैं | नदियाँ बह रही हैं | गौएँ चर रही हैं | बालकों ने झूठ बोला था | लोटों से पानी पीला | साधुओं ने भला किया था | उल्लुओं ने आँखें बंद कर ली थीं | बालिकाओं ने पुस्तकें पढ़ीं | नदियों में बहुत पानी था | गौओं ने दूध नहीं दिया | भाइयों में शान्ति न थी | धोबियों ने कपडे नहीं धोए |
कक्षा आठ के लिए -
उत्तर-इसके बाद शेरों और चीतों ने मनुष्यों पर हमला किया | चूहे हार मानने वाले न थे | सरदार ने अपने घोड़े वहीँ रोक दिए | भिखमंगा बड़ी आशा से उनका मुँह ताकने लगा | उन्होंने अपनी किताब-कॉपी संभालकर बस्ते में रख दी | वहाँ अनेक पेड़ हैं जो मकान की शोभा बढ़ाते हैं | गायों की तरह भैंसें भी दूध देती हैं | भूले भटके अनेक प्रवासी वहाँ आ पहुँचे | का ये वही कुल्हाड़ियाँ हैं जो उन्होंने खरीदी हैं | सुंदर चित्रों को देखकर वे प्रसन्न हो गए | मैं अपने संबंधियों को पत्र द्वारा खबर दे दूँगा | नदियों के किनारे गाँव बसे हैं | हमारी तेज़ छुरियाँ नहीं मिलतीं | उनकी परीक्षाएँ सिर पर आ गई हैं | क्या तेरे पड़ोसियों ने उसकी सहायता नहीं की ? घर में बहुएँ रोटियाँ बना रही थीं | वे ऐसे चित्र कैसे बना सकते हैं ? उन्होंने दो -चार दिन की छुट्टी ज़रूर ली होगी | हम आज नाश्ते में कुछ नहीं खाएँगे | यह कैसा भक्त है , जो बात-बात में झूठ बोलता है | हमें अपनी बहन के लिए कपड़ा खरीदना है | मज़दूरों और कारीगरों ने मिलकर काम जल्द ही पूरे किए |
उत्तर - अनेक नीली गाड़ियाँ सड़कों पर जा रही हैं | उनमें अनेक नन्हे बालक बैठे हैं | वे अपने मित्रों को लेकर विद्यालय जाएँगे | रास्ते में उन्हें अनेक कुत्ते और बिल्लियाँ दिखाई पड़े थे | विद्यालय में पढ़ने के पश्चात वे घर जाएँगे और भोजन करेंगे | फिर वे अपने भाइयों के साथ पतंगें उड़ाने जाएँगे |
वे लड़के अपने पिताजी के साथ गाँवों में रहते हैं | वे पिता ी आज्ञाओं का सदैव पालन करना अपना सबसे बड़ा धर्म समझते हैं | वे प्रतिदिन ठीक समय पर पाठशाला जाते हैं | ध्यान से गुरु जो बात सुनते और समझते हैं | सभी शिक्षक उन्हें बड़े प्यार से पढ़ाते हैं | उनके सभी साथी उन्हें बहुत चाहते हैं | वे पढ़ने में ही अच्छे नहीं हैं बल्कि हर काम में अपने वर्ग में प्रथम हैं |
पाठशाला के सभी खेलों में वे हमेशा भाग लेते हैं और हर खेल में पहले या दूसरे आते हैं | इन्हीं सब कारणों से वे इतना प्रसिद्ध हो गए हैं | उनका स्वभाव ऐसा है कि सभी लोग उन्हें चाहते हैं | कमज़ोर विद्यार्थियों की वे हमेशा सहायता करते हैं | वे खेल-कूद में भी पीछे नहीं हैं | उन्होंने प्रतियोगिताओं में कई इनाम पाए हैं | हर कोई उनकी प्रशंसा करता है | वे अच्छे बालचर भी हैं | दुःखी लोगों की सेवा वे दिल से करते हैं | वे सबके प्यारे और दुलारे बन गए हैं |
ANSWERS:
१. वे जाते हैं |
२. तुम सब क्या करते हो ?
३. उन्होंने मुझे बुलाया |
४. शेर भागे |
५. महल सुन्दर हैं |
६. पेड़ों को देखो |
७. लडकियाँ प्रात:काल टहलती हैं |
८. माली गुलाब तोड़ते हैं |
९. मालियों ने गुलाब तोड़े |
१०.
छात्र लिखते हैं |
११.
हाकियाँ और गेंदें यहाँ रख दो |
१२.
कलमें सुन्दर हैं |
१३.
कागज़ फट गए |
१४.
पुस्तकों में ४० पृष्ठ हैं |
१५.
पक्षी उड़ गए |
१६.
चिड़ियाँ चींचीं करती हैं |
१७.
उन्होंने अनेक गाने सुनाए |
१८.
महलों की शोभा देखते ही बनती थी |
१९.
घोड़े बोझ ढोते हैं |
२०.
गधों को मत मारो |
२१.
देवियों की पूजा करो |
२२.
इन्सान ही गलतियों के पुतले हैं |
२३.
शिक्षक पढ़ा रहे हैं |
२४.
अपनों से बड़ों का सम्मान करो |
२५.
विजेताओं ने पुरस्कार जीते |
२६.
मालिक मालियों से फूल तुड़वाते हैं |
२७.
चिड़ियों ने शोर मचाया |
ANSWERS:
१. पक्षी उड़ गया |
२. पक्षियों को देखो |
३. हमसे कविताएँ पढ़ी जाती हैं |
४. बच्चों से शांत नहीं रहा जाता |
५. उनके पत्र कहाँ हैं ?
६. स्त्रियों ने गाने गाए|
७. नदियाँ गहरी हैं |
८. स्त्रियों को यहाँ बुलाओ |
९. गाँवों में विद्यालय नहीं हैं |
१०.
शहरों का जीवन कठिन है |
११.
हमें केवल पाँच रुपए चाहिए |
१२.
बेटियाँ मेले देखने गई हैं |
१३.
अभिनेता अभिनय करते हैं |
१४.
युवक टहल रहे हैं |
१५.
नौकरों ने साँपों को मारा |
१६.
शेर दहाड़ते हैं |
१७.
जंगलों में हाथियों को पकड़ो |
१८.
‘आजाद हिन्द फौज’ में कम सैनिक था |
१९.
ग्वाले गायों को खेतों से बाहर निकालते हैं |
२०.
अरे! ये बच्चे किसके हैं ?
२१.
कल हमारी परीक्षाएँ हैं |
२२.
क्या तुमने कहानियों को पढ़ा है ?
२३.
वे खेल खेलते हैं |
२४.
खिलाड़ी दौड़ों में जीते |
२५.
गेंदों को फेंको|
२६.
वे हमारी बातें नहीं सुनते |
२७.
अनेक दिनों में ये काम नहीं होंगे |
२८.
बालिकाओं ने पत्र लिखे |
२९.
वधुएँ काम करती हैं |
ANSWERS:
१. छात्र पढ़ते हैं |
२. बालिकाएँ खेलती हैं |
३. छात्रों ने अपना काम कर लिया |
४. मुख्याध्यापकों ने हस्ताक्षर कर दिए |
५. बकरियों के झुंड जा रहे हैं |
६. बालिकाओं ने अच्छे गीत सुनाए |
७. लडकियाँ शीघ्र ही कक्षाओं में जाएँगी |
८. विद्यार्थी परीक्षाएँ लिखते हैं |
९. पेड़ों के पत्ते गिर रहे हैं |
१०.
बुढ़ियाँ बेटों को पैसे देती हैं |
११.
उन आदमियों को यहाँ बुलाओ |
१२.
वे क्या करते हैं ?
१३.
राजाओं ने प्रजा की बातें सुनीं |
१४.
नेता किसानों की सुनते हैं |
१५.
मानवों की सेवा करो |
१६.
हम पानी पिएँगे |
१७.
कवयित्रियों ने खिडकियों से देखा |
१८.
गुड़ियाँ सुन्दर हैं |
१९.
बच्चों को मत सताओ |
२०.
छात्राओं ने गेंदें फेंकीं |
२१.
बुढ़ियों को सहारा दो |
२२.
गाएँ घास खाकर लौट गईं |
२३.
खिड़कियों को मत तोड़ो |
२४.
मेजें लकड़ी की बनी हैं |
२५.
लड़के अच्छे खेले |
२६.
हमारी कलमें कहाँ हैं ?
२७.
नवयुवतियाँ फैशन की होड़ में
व्यस्त हैं |
२८.
गुलाब खिल रहे हैं |
२९.
दीवारें गिर गईं |
ANSWERS:
१. ये घर तुम्हारे हैं |
२. योद्धाओं ने भयंकर युद्ध जीत लिए |
३. नदियों पर पुल बनाए गए |
४. दहेज़ के लिए बहुओं को मत सताओ |
५. आदमी
सोच –समझकर वोट देता है |
६. छात्रों को राजनीति से दूर रहना चाहिए |
७. भीड़ एकत्र हो गई |
८. मुनियों को आदर दो |
९. ये क्यारियाँ हैं |
१९८७ से १९९८ तक –
१. बालिकाओं ने अनेक पत्र लिखे |
२. एक –अनेक
, वधू –वधुएँ
३. बालिकाओं ने अच्छे गीत सुनाए |
४. लड़कियाँ शीघ्र ही कक्षा में जाएँगी |
५. लड़कियों ने गीत गाए |
६. लकड़े अच्छे खेले |
७. गुलाब खिल रहे हैं |
८. दीवार –दीवारें , देवी –देवियाँ
९. चिड़ियों ने शोर मचाया |
१०.
लड़कों ने गीत गाए |
११.
लडकियाँ गा रही हैं |
१२.
नदी –नदियाँ , पुस्तक –पुस्तकें
१३.
लड़की –लडकियाँ , मेला –मेले
१४.
गुड़ियों को कौन ले गया ?
१५.
लड़कियों ने टहलना शुरू किया|
१६.
बहू –बहुएँ , बच्चा –बच्चे
१७.
उल्लू अंधेरे में देख सकते हैं |
१८.
वहाँ गुड़ियाँ बिकती हैं |
१९.
बेटे-बेटा , जूता –जूते , कहानी –कहानियाँ
वधुएँ
–वधू , बकरी –बकरियाँ , टोपियाँ –टोपी
२१.
नानियों ने कहानियाँ सुनाईं |
२२.
बहन –बहनें , गुड़िया –गुड़ियाँ , रात- रातें
२३.
तिथियाँ २४. रीतियाँ २५. सखियाँ
२६.
प्रतियाँ २७. लडकियाँ २८. मितियाँ
२९.
बेटे ३०. सोटे ३१. बहुएँ
३२.
रानियाँ ३३. महिलाएँ ३४. आँसू
३५.
युवा ३६. शत्रु ३७. कटोरियाँ
३८.
बेगमें ३९. स्त्रियाँ ४०. शाखाएँ
४१.
गायें ४२. आँखें ४३. पुस्तकें
४४. नहरें
४५. चुहियाँ ४६. बेटियाँ
४७. समितियाँ
४८. डिब्बे ४९. डिब्बियाँ
५०.
राशियाँ ५१. बुढ़ियाँ ५२. गधे
५३.
लड़के ५४. लोटे ५५. भाले
५६.
मालाएँ ५७. माताएँ ५८. वस्तुएँ
६०
. गौएँ ६१. ऋतुएँ ६२. कुत्ते
६३.
संधियाँ ६४. सब्जी ६५. पत्रिकाएँ
६६.
धोतियाँ ६७. कविताएँ ६८. बालाएँ
६९.
घड़ियाँ ७०. पहिये ७१. नीतियाँ
७२.
लिपियाँ ७३. पेड़ ७४. महल
७५.
खटियाँ ७६. चाबियाँ ७७. रोटियाँ
७८.
बहिनें ७९. पंक्तियाँ ८०. साड़ियाँ
८१.
मन ८२. कन्याएँ ८३. अध्यापक
८४.
मेजें ८५. बातें ८६. कुतियाँ
८७.
विद्यार्थी ८८. छात्राएँ ८९. नेता
९०.
विधियाँ ९१. छात्र ९२. कक्षाएँ
९३.
पुत्रियाँ ९४. सुन्दरियाँ ९५. भैंसें
९६.
धेनुएँ ९७. मछलियाँ ९८. दीवारें
९९.
देव १००. देवियाँ १. देवता
ANSWERS:
2. लड्डू ३. घटाएँ
४. मुनि
५.
सीढियाँ ६. मछुआरिनें ७. हथिनियाँ
८.
बालक ९. रास्ते १०. पक्षी
११.
युवक १२. शत्रु १३. सेनाएँ
१४.
झीलें १५. लुटियाँ १६. बोतलें
१७.
विद्या १८. भीड़ १९. भावनाएँ
२०.
निर्णायक
२१.
पक्षी उड़ गए |
२२.
बालिकाओं ने अच्छे काम किए |
२३.
गायें चर रही हैं |
२४.
आम पक गए |
२५.
लड़के खेल रहे हैं |
२६.
आदमियों ने शेर मारे |
good
ReplyDeleteGreatEffort..Thanks
ReplyDelete👍
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteWhat will the plural of dharm in hindi
ReplyDeleteVery nice. Thank you.
ReplyDeletevery nice
ReplyDeletevery usefull for learning
ReplyDeleteNirnayak in Bahuvachan becomes what?
ReplyDeleteUseful
ReplyDeleteVery useful....I thank you to your efforts..very helpful to my children during Corona times...thank u once again
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