Monday, December 3, 2018

ICSE 2018 and 2019 Comprehension Question 3 and Question 4 solution

मैं वैली स्कूल में आई. सी. एस. ई  में भी हिंदी पढ़ाती हूँ । इस बोर्ड के हिंदी पेपर में  भाग "अ " जो भाषा के प्रश्नों से सम्बंधित होता है , उसमें प्रश्न तीन में  एक अपठित गद्यांश पूछा जाता है जिसमें पाँच प्रश्न होते हैं और हर प्रश्न के लिए दो अंक होते हैं , कुल अंक दस होते हैं । इसी प्रश्न से सम्बंधित व्याकरण चौथे प्रश्न में पूछा जाता है जिसके लिए आठ अंक होते हैं । यहाँ मैं 2018  का अपठित गद्यांश प्रस्तुत कर रही हूँ । प्रश्न तीन के साथ प्रश्न चार भी यहाँ हल सहित प्रस्तुत है । आशा है कि यह सामग्री अध्यापकों और अध्यापिकाओं के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के लिए भी उपयोगी होगी।




उत्तर १. पहली स्त्री ने अपने बेटे के बारे में कहा कि भगवान् उसके बेटे जैसा बेटा सभी को दे | वह लाखों में एक है और अनमोल हीरा है | उसका कंठ इतना मधुर है कि उसके गीत को सुनकर कोयल और मैना भी चुप हो जाती हैं | दूसरी स्त्री ने कहा कि उसके बेटे की बराबरी कोई नहीं कर सकता | वह इतना बहादुर और शक्तिशाली है कि बड़े-बड़े पहलवानों को भी पछाड़ देता है | वह आधुनिक युग का भीम है | भगवान उसके बेटे जैसा सभी को दे |


उत्तर २. तीसरी स्त्री ने अपने बेटे को वृहस्पति का अवतार इसलिए कहा क्योंकि वह जो कुछ पढ़ता है , उसे एकदम याद कर लेता है मानो उसके कंठ में सरस्वती का वास हो |

उत्तर ३. पहली स्त्री के द्वारा पूछे जाने पर चौथी स्त्री ने कहा कि उसका बेटा ना तो गंधर्व –सा गायक है , न भीम- सा बलवान है और न ही वृहस्पति-सा बुद्धिमान है|

उत्तर ४. चौथी स्त्री के बेटे ने माँ को पानी से भरा घड़ा ले जाते देखा तो वह रुका और माँ से कहा कि उसे घड़ा दे दे ताकि वह घर तक पहुँचा दे | माँ ने मना किया पर फिर भी उसने माँ के सिर से पानी का घड़ा उतारकर अपने सिर पर रख लिया और घर की ओर चल पड़ा | यह देखकर तीनों स्त्रियाँ बड़े ही आश्चर्य से उसे देखती रह गईं |


उत्तर ५. बच्चों को अपने माता –पिता के साथ नम्रता व सम्मान का व्यवहार करना चाहिए | उन्हें उनका ध्यान रखना चाहिए और यह देखना चाहिए कि उनकी उपस्थिति में माँ –बाप ऐसा काम न करें जो शारीरिक रूप से उनके लिए कठिन हो | जैसे कि चौथी स्त्री ने माँ को अपने सामने बोझ उठाए देखकर तुरंत उससे पानी से भरा घड़ा ले लिया और माँ के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी की |  



आई .सी. एस .सी २०१८ के प्रश्न ४ का हल –
१.  विलोम शब्द
अपकीर्ति , मलिन , पराजय , दोषी
२.  पर्यायवाची शब्द –
धनी , अमीर
तट , तीर
दुग्ध , क्षीर
३.  विशेषण शब्द –
अपेक्षित , गुणवान
४.   शुद्ध रूप -
प्रदर्शनी , लक्ष्मी , अपरिचित
५.  मुहावरों का वाक्य प्रयोग –
१.  मोहन कुछ कमाता नहीं है पर आसमान से बातें करना उसका स्वभाव है |
२.  कक्षा में राम के बारे में प्रसिद्ध है कि वह उड़ती चिड़िया पहचान लेता है |
६.  १. मोहन और रमेश में सच्ची मित्रता थी |
२.मुझे कोई भी बात निसंकोच कहें |
३. शिक्षकों ने अपने शिष्यों को आदेश दिए |





२०१९ हल
१.   राजा कंचन देव की चिंता का क्या कारण था ? उन्होंने साधु से क्या प्रार्थना की ? (२)
उत्तर – राजा कंचनदेव की चिंता का कारण था कि उनके राज्य में बहुत गरीबी थी | लोग कमज़ोर थे और धरती में कुछ उगता न था | उन्होंने साधु से राज्य की स्थिति सुधारने के लिए प्रार्थना की |

२.   साधु ने राजा को क्या बताया ? उसके बाद राजा ने राज्य के लिए क्या-क्या कार्य किए ? (२)
उत्तर – साधु ने राजा को बताया कि कंचनगढ़ के नीचे सोने की खान है | उसके बाद राजा ने खुदाई करवाई | वहाँ सोने की खान निकली| राजा का खजाना सोने से भर गया | राजा ने अपने राज्य में जगह-जगह मुफ्त भोजनालय बनवाए , दवाखाने खुलवाए , चारागाह  बनवाए तथा अन्य सुख-सुविधा के साधन उपलब्ध करा दिए |

३.   पड़ोसी राजा के आक्रमण करने पर कंचनगढ़ का राजा क्या करता था और क्यों? (२)
उत्तर – पड़ोसी राजा के आक्रमण करने पर कंचनगढ़ का राजा अपने राज्य के आलसी लोगों के कहने पर उसे सोना दे देता था क्योंकि उसके राज्य के लोगों का कहना था कि उनके राज्य में बहुत सोना है , पड़ोसी देश के राजा का कहना था कि सोना दो या लड़ाई करो | कंचनगढ़ के लोग बेकार खून बहाना नहीं चाहते थे और राजा ने भी उनकी बात मानी और उनके कहे अनुसार किया |

४.   कबूतरों की दशा कैसी थी ? उस दशा को देखकर राजा ने क्या सीखा ? (२)
उत्तर – एक बार गुलाब के बाग़ की ओर मंत्री के साथ कंचनदेव घूमने गया | वहाँ उसने देखा कि बाग में दाने बिखरे पड़े हैं और कबूतर दाना चुग रहे हैं | थोड़ी दूर पर कुछ कबूतर मरे पड़े हैं | राजा को कुछ समझ न आया | उसके मंत्री ने उसे समझाया कि इन मरे हुए कबूतरों को शिकारी पक्षियों ने मारा है | राजा ने कहा कि ये कबूतर अपनी जान बचाने के लिए भागते क्यों नहीं | मंत्री ने जवाब दिया कि वे भागकर फिर आ जाते हैं क्योंकि आपकी आज्ञा से यहाँ दाना डाला जाता है | तब राजा ने वहाँ दाना डलवाने को मना कर दिया | अगले दिन राजा ने देखा कि दाना न होने पर भी कबूतर उस जगह पर आ –जा रहे हैं | तब मंत्री ने बताया कि ये कबूतर दाने –चारे  की तलाश करना भूल गए थे क्योंकि उन्हें दाना पड़ा हुआ मिल जाता था | राजा ने इस घटना से सीख लिया कि उसके राज्य के लोगों का भी इन कबूतरों जैसा हाल है | वह भी काम न करने के कारण आलसी हो गए हैं |

५.   राजा ने मंत्री को क्या आदेश दिए ? आदेश सुनकर मंत्री की क्या स्थिति हुई ? (२)
उत्तर –राजा ने मंत्री को आदेश दिए कि नगर के सारे मुफ्त भोजनालय बंद करवा दो | जो मेहनत करे , वही खाए | लोग निकम्मे और आलसी होते जा रहे हैं | वे अब पड़ोसी देश के राजा अथवा शत्रु को सोना नहीं देंगे बल्कि उससे लड़ाई करेंगे | मंत्री को उन्होंने यह भी कहा कि वह जाकर सेना को मजबूत करें | मंत्री राजा की बात सुनकर बहुत खुश हो गया |

प्रश्न ४ –
१.   विलोम शब्द –
अपना –पराया , देव –दानव , नवीन –प्राचीन , सम्मानित – अपमानित

२.   पर्यायवाची शब्द –
इच्छा – कामना, अभिलाषा , आदेश- आज्ञा , हुक्म , शिक्षक-अध्यापक , गुरु

३.   भाववाचक संज्ञा –
सफेद –सफेदी , युवा –युवावस्था , हिंसक –हिंसा , जागना –जागृति

४.   शुद्ध रूप –
कवित्री –कवयित्री , अशीरवाद –आशीर्वाद , कृतग्य –कृतज्ञ , विदूशी –विदुषी

५.   मुहावरों से वाक्य बनाना –
१.   चंपत होना – पुलिस को देखकर चोर चंपत हो गए |
२.   डींग हाँकना – सीमा को डींग हाँकते देखकर उसके साथी एक-दूसरे का मुँह देखने लगे |

६.   वाक्यों को निरेदेशानुसार परिवर्तित करना –
१.   प्राचीन काल में लोग पत्तों की बनी कुटिया में रहते थे | (रेखांकित का एक शब्द लिखते हुए वाक्य पुन: लिखिए )
प्राचीनकाल में लोग पर्णकुटी में रहते थे |
२.   बीमार होने के कारण सुमन समारोह में नहीं आ सकी | (‘इसलिए’ का प्रयोग कर वाक्य पुन: लिखिए )
सुमन बीमार थी इसलिए वह समारोह में नहीं आ सकी |
३.   बच्चे आम तोड़ने के लिए वृक्षों पर चढ़ गए थे |( वचन बदलिए )
बच्चा आम तोड़ने के लिए वृक्ष पर चढ़ गया |